जावेद असांरी
वाराणसी: कल रोहनिया के जगतपुर में मुख्यमंत्री श्री आदित्य नाथ योगी के 2019 में बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से पूर्ण कांग्रेसमुक्त उत्तर प्रदेश के दावे पर स्थानीय कांग्रेस संगठन एवं नेतृत्व ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कांग्रेस जनो नें कहा कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं और बेकाबू कानून व्यवस्था सहित हर मोर्चे पर सौ दिनों में भाजपा सरकार की अक्षमता एवं विफलता जिस तरह बेनकाब हुई है, वह आने वाले दिनों में भाजपा के होने वाले हश्र का आगाज है। सरकार के मंत्रियों में तालमेल का अभाव और प्रशासन तंत्र के लोगों को सत्ताधारी दल द्वारा अपमानित किये जाने की घटनायें गवाह हैं कि सरकार सक्षम शासन का असर बनाने में नाकाम रही है।
कांग्रेस के विधायक अजय राय, जिला व नगर अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा एवं सीताराम केसरी, प्रदेश प्रवक्ता प्रो. सतीश राय ने एक वक्तव्य में कहा है कि काशी की अति प्रतिष्ठित संस्था आईएमए में हुए कार्यक्रम सहित योगी जी के कार्यक्रमों में उनके ही स्वास्थ्य मंत्री का शामिल न होना, मुख्यमंत्री के पहले दौरे में एक केन्द्रीय मंत्री के समानांतर कार्यक्रमों में पार्टीजनों का बंटना और गाजीपुर में एक कैबिनेट मंत्री का अपनी ही सरकार द्वारा नियुक्त किये गये जिलाधिकारी के विरूद्ध सत्याग्रह करने के ऐलान जैसी घटनायें साक्षी हैं कि सरकार में, सरकार और प्रशासन में तथा सरकार और दल में तालमेल औंधे मुँह गिरा है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि बाबा विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेकने का समय भी जिस मुख्यमंत्री के पास नहीं है,वह उनके नाम पर विपक्ष मुक्त लोकतंत्र का सपना देखने की जगह अपनी सरकार की समर्थ शासक छवि बनाने की चिन्ता करें, नहीं तो सबक सिखाने में जनता को देर नहीं लगती। प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ा है, व्यापारी एवं महिलायें असुरक्षित हैं तथा दलित और अल्पसंख्यक ही नहीं ब्राह्मणों तक के संहार की घटनायें लगातार घटी हैं, जिनसे गिरी सरकार की छवि की चिंता मुख्यमंत्री को राजनीतिक दंभ प्रदर्शन से पहले करनी चाहिए।