न के बराबर है क्षेत्र में पुलिस गश्त.
पुलिस की उदासीनता के कारण क्षेत्र में संदिग्ध युवको का जमावड़ा लगने लगा है – क्षेत्रीय नागरिक
निलोफर बानो.
वाराणसी – आदमपुर थाना क्षेत्र के सलीमपूरा क्षेत्र में एक युवक वद्रेआलम अंसारी पर कल रात कतिपय दबंगों ने जानलेवा हमला किया और उसको मरणासन्न स्थिति में छोड़ कर भाग गये. घटना में घायल युवक को क्षेत्रिय नागरिको और परिजनों ने मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है जहा युवक की हालत चिंताजनक बनी हुई है. चिकित्सको के अनुसार घायल युवक के सर में काफी चोट आई है और ज़ख्मो पर लगभग दो दर्जन टाके लगे है.
घटना के सम्बन्ध में पीड़ित बदरेआलम और उसके परिजनों ने बताया कि कल रात लगभग दस बजे वह घर से कुछ सामानों और अपनी वृद्ध माँ की दवा लेने हेतु निकला था तभी रास्ते में पहले से घात लगाये बैठे अफताब राइन उर्फ़ भीम नमक एक दबंग युवक ने के साथ 10-12 अन्य लोगो ने उसके ऊपर हाकी – डंडे, राड, ईट पत्थर से हमला कर दिया. क्षेत्रिय नागरिको की माने तो इस दौरान असलहे भी लहराये गए और हमलावर युवक को मृत समझ छोड़ कर भाग गये. पीड़ित के अनुसार इस दौरान उसके जेब से लगभग पांच हज़ार रुपया और गले से एक चांदी की चेन भी हमलावरों ने छीन लिया है. पुलिस चौकी से मात्र 100 कदम की दुरी पर हुई इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई और मौके पर क्षेत्रिय नागरिको की भीड़ इकठ्ठा हो गई. घटना के बाद परिजन और क्षेत्रिय नागरिक घायल युवक को लेकर मंडलीय चिकित्सालय पहुचे जहा घायल की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.देर रात क्षेत्रिय पार्षद मुमताज़ खान के नेतृत्व में सैकड़ो नागरिको ने पुलिस चौकी का घेराव कर दिया जहा चौकी इंचार्ज द्वारा कड़ी कार्यवाही के आश्वासन के बाद घेराव ख़त्म हुआ. पुलिस को लिखित शिकायत किया जा चूका है और पुलिस मामले की विवेचना कर रही है.
कौन है कथित हमलावर :-
क्षेत्रिय नागरिको के कथनानुसार हमलावर दबंग किस्म के मन बढ़ युवक है जो कोतवाली थाना क्षेत्र के रहने वाले है और दिन भर इसी इलाके में जमावड़ा लगाये रहते है. इस जमावड़े में कई संदिग्ध किस्म के युवक भी शामिल रहते है. किसी को मारना पीटना इनके लिये आम बात है.
क्यों हुआ हमला :-
क्षेत्रिय चर्चाओ को अगर आधार माने तो घायल युवक का एक 12 वर्षीय पुत्र है जिसको आरोपी के द्वारा अक्सर डराया धमकाया जाता था और पैसे वगैरह की मांग की जाती रहती थी. किशोर इन युवको के दबाव में आकर इनको पैसे देता था जिसकी जानकारी उसके पिता को चल गई थी. इसके बाद घायल युवक ने उन आरोपियों से कड़ी आपत्ति किया था और आपसी कहा सुनी हुई थी. जिसमे आरोपियों द्वारा उसको देख लेने की बात कही गई थी. यह घटना दो दिन पहले की क्षेत्र के जुमा मस्जिद के पास स्थित एक चाय की दूकान पर हुई थी. चर्चाओ के अनुसार इसी दूकान पर आरोपियों द्वारा घायल युवक के पुत्र के साथ भी मार पीट किया गया था.
क्या कहती है पुलिस और क्या किया पुलिस ने :-
घटना के बाद क्षेत्र में कमज़ोर पड़ चुके पुलिस तंत्र को यह सुचना थी कि उक्त विवाद संपत्ति से सम्बंधित है. इसी सुचना को क्षेत्रिय चौकी इंचार्ज द्वारा थाना प्रभारी को दिया गया. मौके पर घटना की चर्चा जोर पकड़ने के बाद चौकी इंचार्ज रात्रि 11 बजे के लगभग मंडलीय चिकित्सालय पहुचे, इसके पुर्व क्षेत्रिय पुलिस चौकी द्वारा इस प्रकरण को बहुत हलके में लिया जा रहा था. मंडलीय चिकित्सालय पर क्षेत्रिय नागरिको की भीड़ ने चौकी इंचार्ज को वास्तु स्थिति से अवगत करवाया, तब शायद चौकी इंचार्ज महोदय ने इस घटना की गंभीरता को समझा होगा मगर इसके बाद भी घटना स्थल पर सुबह तक किसी पुलिस कर्मी ने जाने की ज़हमत नहीं उठाई. जबकि घटना स्थल पुलिस चौकी से मात्र 100 कदम की दुरी पर है और अगर घटना स्थल से जोर से सन्नाटे में चिल्लाया जाये तो पुलिस चौकी तक आवाज़ पहुच सकती है.
पुलिस गश्त की हो गई है कमी :-
क्षेत्रिय नागरिको के अनुसार क्षेत्र में पहले लगातार हर गलियों तक में पुलिस गश्त करती थी. पुर्व चौकी इंचार्ज राजेश यादव के स्थानांतरण के उपरांत क्षेत्र में तैनात कांस्टेबल भी सभी स्थानांतरित हो गये. इसके बाद से विगत कई महीनो से क्षेत्र में पुलिस गश्त की कमी हो गई है. इसको कमी क्या कहा जाये बल्कि क्षेत्र में गश्त नदारद हो गई है. गश्त के तौर पर केवल थाना प्रभारी को क्षेत्र से गुज़रते देखा जाता है. मगर स्थानीय चौकी इंचार्ज इस आस पास के इलाके में गस्त नहीं करते है.