रॉबिन कपूर
फर्रुखाबाद : समाजवादी पार्टी से कायमगंज के पूर्व विधायक अजीत कठेरिया की पत्नी सगुना देवी कठेरिया की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी डा0 सुवोध यादव द्वारा अविश्वास प्रस्ताव से पलट दी गयी थी। इसके बाद जिले मे इस असरदार पद को लेकर खूब सियासी उठा पटक का दौर अब पूरे शबाब रहा है। अब इस पद को लेकर पुनः मतदान की तैयारी भी शुरू हो गयी है।
जिसके पहले चरण मे आज बुधवार को जहाॅ एक ओर डा0 सुवोध यादव ने सपा समर्थित ज्ञान देवी कठेरिया का नामांकन दाखिल करवाया वहीं दूसरी तरफ़ भाजपा सांसद मुकेश राजपूत अपने ड्राइवर कैलाश कठेरिया की पत्नी राजकुमारी का नामांकन करवाने जिला मुख्यालय पहुँचे।नामांकन दाखिल करने के लिये जिले मे सियासी सरगर्मी और तेज हो गयी है। सीधे तौर पर अब यह चुनाव पार्टी बंदी से हटकर डॉ. सुबोध यादव व सांसद मुकेश राजपूत के बीच अपने वर्चस्व का सवाल बन गया है । ऐसे मे दोनो के बीच काँटे की टक्कर होने की प्रवल सम्भावना है।
जिलाधिकारी न्यायालय में अपराह्न 12:15 के करीब सबसे पहले प्रत्याशी ज्ञानदेवी सपा नेता व राजेपुर ब्लॉक प्रमुख सुबोध यादव जिला पंचायत सदस्य उमेश यादव, सपा महानगर अध्यक्ष विजय यादव के साथ पहुँचकर नामांकन दाखिल किया । ज्ञान देवी के नामांकन के बाद सपा नेता सुबोध यादव ने बताया कि पिछले सपा सरकार में उनके पास पर्याप्त सदस्य थे लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में उन्हें मना कर दिया गया था। लेकिन इस बार सपा नेतृत्व ने मना नही किया और पर्याप्त सदस्य भी उनके पास है। उन्होंने ज्ञान देवी की जीत का दावा किया हैं। साथ ही समाजवादी पार्टी मे अंतकलह की अफवाहों पर भी विराम लगा दिया । डॉ. सुबोध ने कहा है पार्टी मे सभी कार्यकर्ता एकजुट है। जिसने भी पार्टी के साथ बिश्वास घात करने का प्रयास किया अब उसको पार्टी हाईकमान के द्वारा बख्शा नही जायेगा । नामांकन के दौरान पार्टी जिला अध्यक्ष नदीम फारुकी,सपा जिला प्रवक्ता पुष्पेंद्र यादव, इल्याश मसूरी, सुलक्षणा सिंह सहित आदि सपा नेता मौजूद रहे।
ज्ञानदेवी के नामांकन के बाद सांसद मुकेश राजपूत, विधायक मेजर सुनील दत्त, नागेन्द्र सिंह राठौर, सुशील शाक्य, अमर सिंह खटिक, विजय गुप्ता,भूदेव राजपूत, शैलेन्द्र सिंह राठौर, विमल कटियार, रमेश राजपूत के साथ जिला मुख्यालय पहुँचे जहाँ उन्होंने अपने ड्राइवर कैलाश राजपूत की पत्नी राजकुमारी कठेरिया का जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये नामांकन कराया। नामांकन के बाद भाजपा की तरफ से भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने अपनी सत्ता की हनक मे दिखाते हुए साफ बोल दिया कि जीत आखिर मे उनके प्रत्याशी की ही होगी। चुनाव में सरकार व अफसर अपना काम निष्पक्षता से करेगे।
नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनो पक्ष सदस्यों की जोड़तोड़ मे पूरी ताकत से लग गये है । फिलहाल जमीनी हकीकत के लिहाज से डॉ. सुबोध यादव का पलडा काफी मज़बूत माना जा सकता है, अधिकतर जिला पंचायत सदस्य डॉ. सुबोध के पक्ष मे है । लेकिन धनबल के इस बाहुबली चुनाव मे कौन किसको कितनी करारी सिशक्त देता है यह भी जल्दी सबके सामने होगा ।