अपराधियों से मुकाबला करते समय पुलिस का असलहा नहीं दे पाता साथ देखे वीडियो में
जुआ संचालक क्षेत्र का कुख्यात हिश्त्रिशीटर – सूत्र
हैलेट अस्पताल के अन्दर पीछे के तरफ अवैध अतिक्रमण कर बस्ती बसा कर हो रहा था जुआ सञ्चालन
मुहम्मद रियाज़ रज़वी.
कानपुर. अभी अभी कानपुर के स्वरुप नगर थाना क्षेत्र के एक अस्पताल कैम्पस में चल रहे एक जुआ के अड्डे की सुचना मिलने पर उस जगह छापा मारने गई पुलिस पार्टी पर जुआ संचालको द्वारा हमला किया गया. पुलिस से आमने सामने फायरिंग में 2 पुलिस कर्मी घायल हुवे है.
स्वरुप नगर थाने और कल्यानपुर थाने की फ़ोर्स ने फायरिंग के दौरान घेरा बंदी करके 6 जुआरियो को गिरफ्तार किया. सूत्रों से प्राप्त समाचार का फायदा उठा कर जुआ संचालक जो एक कुख्यात हिश्त्रिशीटर है भाग गया. फायरिंग की सुचना मिलने पर मौके पर पहुचे पुलिस अधिक्षक (वेस्ट) गौरव ग्रोवर अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती घायल सिपाहियों को देखने और मौके मुआईने के लिये पहुचे. अभी वह घायल सिपाहियों का हाल चाल ले रहे थे तभी उनकी नज़र एक संदिग्ध युवक पर पड़ी, जिसको पूछताछ हेतु थानाध्यक्ष स्वरुप नगर से बुलवाया. पूछताछ में उसने वहा खड़े होने का कारण किसी डाक्टर से मिलने आया है, डाक्टर का नाम पूछने पर वह जवाब नहीं दे पाया और धीरे से सरकने लगा. तभी सो शक पुख्ता होने पर पुलिस ने उसको गिरफ़्तार कर थाने ले गई. इस प्रकार कुल 7 गिरफ़्तारी हुई है.
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचार के अनुसार आज पुलिस को सुचना प्राप्त हुई कि कानपुर के हैलेट कैम्पस के अन्दर पीछे का तरफ अवैध अतिक्रमण कर जुआ का अड्डा चलता है. सूत्रों की माने तो इसका संचालक एक कुख्यात हिश्त्रिशीटर है. चर्चाओ के अनुसार इसके पुर्व भी उक्त हिश्त्रिशीटर के कई कारनामे सामने आये है मगर स्वरुप नगर पुलिस ने कोई पुख्ता कार्यवाही नहीं किया. आज सुचना प्राप्त होने के बाद दो थानों क्रमशः स्वरुपनगर और कल्यानपुर की पुलिस ने यहाँ छापा मारा. छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर जुआ संचालको के समर्थको ने हमला कर दिया और ईंट पत्थरो से पथराव किया. सूत्रों के अनुसार मौके पर जुआ संचालको के द्वारा फायरिंग भी किया गया. जैसा आप सम्बंधित वीडियो में देख भी सकते है कि इस पुलिस कर्मी का पैर से रिसता खून कुछ और कहानिया कह रहा है. मगर SP (वेस्ट) ने फायरिंग की घटना से इनकार करते हुवे इसकी जाँच की बात कही है.
पुलिस टीम ने हिम्मत का अभूतपूर्व परिचय देते हुवे 6 जुआरियो को मौके से और एक अन्य को अस्पताल के इमरजेंसी के पास संदिग्ध स्थिति में पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किया है. पुलिस घटना की जाँच कर रही है मगर सवालिया निशान महकमे पर भी इस हमले में लग गया है. अपनी पूरी तय्यारी के साथ आई पुलिस के असलहे मौके पर धोखा दे जाते है आपने सुना होगा. आज इसका जीता जागता उदहारण इस हमले के दौरान देखने को मिला जब एक दरोगा ने अपनी पिस्टल निकाल कर एक्शन करना चाहा तो उसकी पिस्टल ही फंस गई और लाख कोशिशो के बावजूद भी पिस्टल सही नहीं हुई. वीडियो में आप देख सकते है कि दरोगा जी जो स्वयं घायल है मगर फिर भी हिम्मत की दाद देनी होगी कि मुकाबले को तैयार है. देखिये कैसे उनके खुद के पैर में ज़ख्म आया है और उससे खून रिस रहा है मगर जज्बे के साथ मुकाबला करने को लगे तो उनको दिला सरकारी असलहा ही धोखा दे गया और पिस्टल फस गई. काफी कोशिश किया इसको बनाने की दरोगा जी ने मगर पिस्टल सही नहीं होना था तो नहीं हुई.. इस दौरान यह घटना मीडिया के कैमरों में कैद हो गई और आखिर इस हिम्मती दरोगा को अपनी पिस्टल वापस अपने जेब में रखना पड़ा.
सवाल यह उठता है कि अपराधियों से मुकाबला करने के लिये सरकार ने जो असलहे पुलिस को प्रदान किये है उसकी क्या स्थिति है इसका अंदाज़ा आप लगा सकते है, बताइये हमारी सुरक्षा को तत्पर इन पुलिस कर्मियों की खुद की सुरक्षा कही खतरे में है. आप सोच सकते है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होने की स्थिति में इस हिम्मती दरोगा का क्या होता जब सरकारी असलहा ऐसे मौके पर धोखा दे दिया होता. खैर, पुलिस ने छापेमारी में कई बाइक और जुआ के सामन जैसे पत्ते, ताश की गद्दिया हिसाब की डायरी वगैरह बरामद किया है समाचार लिखे जाने तक खोजबीन जारी है. जुआ संचालक फरार है. पुलिस गिरफ्तार लोगो पर कार्यवाही की तयारी कर रही है.