गुलाम नबी आज़ाद ने सीएम योगी आदित्य नाथ के इस्तीफे की माँग की
(जावेद अंसारी)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपूर के मेडिकल कालेज मे पिछले 48 घंटो में 30 बच्चो की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पुर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीधा तीर छोड़ते हुवे सरकार पर हमला बोला और कहा कि गोरखपुर की जो घटना हुई है उसमे सरकार सही जानकारी जनता के सामने नहीं ला रही है। हमने इस दु:खदायी घटना की जांच के लिए विधानसभा में पार्टी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी के नेतृत्व में 6 सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। इस टीम में ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, संतोष यादव सनी राधेश्याम सिंह, प्रहलाद यादव एवं जियाउल इस्लाम को तुरंत गोरखपुर के लिए रवाना कर दिया गया है। टीम घटना की जांच कर 13 अगस्त तक अखिलेश को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने कहा की सरकार के लापरवाही की वजह से मासूमों की जाने गयी हैं और सरकार कह रही है कि ऑक्सीजन था जबकि सप्लाई की कम्पनी ने नोटिस दे दिया था।
जब जाने जा रही थी तो हॉस्पिटल में मरीजों के भर्ती कार्ड को हटाया जा रहा था। कल कालेज के लोगो ने सरकार को कितना बड़ा धोखा दिया। पूरा प्रशासन लगा है कि समाजवादी कार्यकर्ता घर पर न रह पाये। बलिया की घटना कितनी बड़ी घटना थी सरकार रोमियो इसक्वायड बना रही थी क्या हुआ ? पुलिस प्रशासन अपना काम छोड़ कर केवल समाजवादी लोगो के पीछे लगी। यही गोरखपुर की घटना कितनी बड़ी घटना है। हम विपक्ष में है हमारी कुछ सीमाये है हम मदद नही कर सकते पर आवाज उठा सकते है। आगे अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर मेडिकल कालेज के डॉक्टर को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। सरकार को काम काज करना चाहिए। जनता ने उनको काम करने की लिए चुना है। बीजेपी के लोग अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते है इसीलिये समाजवादी लोगों पर आरोप लगा रहे हैं।
मृतकों के परिजनों को लाश देकर भगाया गया
अखिलेश यादव ने इस घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार माना है। थोड़े ही अंतराल पर दो ट्वीट करके उन्होंने सरकारी मशीनरी पर हमला बोला। कहा कि मृतकों के परिजनों को लाश देकर भगा दिया गया। किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम तक नहीं कराया गया। मेडिकल कॉलेज में मरीजों के भर्ती कार्ड भी गायब कर दिये गये हैं। यह अत्यंत दुखद है। अखिलेश ने कहा कि इस मामले में दोषी लोगों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार को मृतक परिवारों को 20-20 लाख रुपये की मदद करनी चाहिये। अखिलेश का यह बयान गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को ऑक्सीजन की कमी से 30 बच्चों की मौत के बाद आया है।
गुलाम नबी आज़ाद ने सीएम योगी आदित्य नाथ इस्तीफे के माँग की, धरना-प्रदर्शन शुरू
बाबा राघवदास मेडिकल कालेज स्थित नेहरू हॉस्पिटल में भर्ती 30 बच्चों की मौत के मामले पर विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीतिक दल आज मेडिकल कॉलेज परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मेडिकल कालेज पहुंच गये हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों में सपा, बसपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल हैं। प्रदर्शनकारी उक्त घटना में सम्मिलित चिकित्सक, प्रधानाचार्य और अधीक्षक पर हत्या का मामला दर्ज करके इन सबकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वे मृतक बच्चों के परिवारों को 20-20 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं।गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में हादसे के बाद वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में कांग्रेस के डेलीगेशन ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। इस मौके पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यूपी सरकार की लापरवाही से यह हादसा हुआ। अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी थी। आजाद ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की। इस डेलीगेशन में आजाद के अलावा, आरपीएन सिंह, राज बब्बर और प्रमोद तिवारी मौजूद थे।