मुहम्मद रियाज़ रज़वी
कानपुर :- सरसैय्या घाट में पाँच बच्चो के साथ बड़ी घटना हुई जिसमें दो थे आर.के.मिशन स्कूल के कक्षा नौ क्लास के थे छात्र । वही परिजनोने बताया पाँचो बच्चे गंगा नहाने अपनी साईकिल से गये थे।उनमे से तीन दोस्त गंगा के किनारे बैठे थे।और दो गंगा मे नहाने लगे तेज बहाव होने के कारण दोनो बच्चे अपने आप को सम्भाल नही पाये।दोस्तो को डूबता देख बाकी तीन दोस्त जोर जोर से चिल्लाने लगे।जब तक गोताखोर आये दोनो बच्चे डूब चुके थे।उनमे वैभव नाम के बच्चे की लाश मिल गयी और दूसरा अभिषेक अभी लापता है।
क्यों शासन की कोई बचाव टीम नही पहुँची मौके पर
सावन का महीना होने के कारण गंगा स्नान करने वाले श्रधालुओं की भीड़ हर समय लगी रहती है। शासन की तरफ़ से घाटों मे बचाव दल की व्यवस्था भी की जाती है।पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बया करती है। अगर आज घाट किनारे शासन की तरफ़ से बचाव दल होता तो शायद ये बच्चे बच जाते।बच्चो की खोज वहा के स्थानीय बउवा निषाद राजू सैनी मनीष व कल्लू नामक गोताखोरों ने की। बाकी तीन बच्चे कौशल कनौजिया आदित्य सुजान वाजपई बुरी तरह डरे हुए है। जिनको पुलिस ने उनके माता पिता के आने तक अपने पास बिठा रखा था।
शोकाकुल हुआ शरशैया घाट मातम पसरा
घटना के तुरंत बाद घाट मे पहले तो सन्नाटा छा गया। जैसे ही डूबने वाले बच्चो के परिवार वाले आये घाट मे चीख पुकार मच गई।