सुहैल अख्तर / अनुपम राज
मऊ। उत्तर प्रदेश के जीआरपी प्रदेश मुख्यालय के सीयूजी नंबर पर 12 अगस्त को फोन कर मऊ जँ. रेलवे स्टेशन को 14 अगस्त को उड़ा देने की धमकी देने वाला युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मऊ जँ. पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉ धर्मवीर सिंह ने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे उत्तर प्रदेश लखनऊ बीके मौर्य व पुलिस महानिरीक्षक रेलवे बीके सिंह द्वारा उक्त सूचना को अति गंभीरता से सँज्ञान में लेकर आतंकवादियों द्वारा की जाने वाली विध्वंसक घटनाओं को दृष्टिगत रखते पुलिस अधीक्षक रेलवे गोरखपुर डॉ. धर्मवीर सिंह को रेलवे स्टेशन सुरक्षा व उक्त सूचना के अनावरण करने का निर्देश दिया गया।
उक्त क्रम में पुलिस अधीक्षक रेलवे गोरखपुर के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी रेलवे गोरखपुर के नेतृत्व में जिला पुलिस मऊ, एटीएस आजमगढ़ व जीआरपी मऊ की टीम घटना के अनावरण हेतु गठित की गयी। पुलिस टीम द्वारा वैज्ञानिक संसाधनों की सहायता से सिम विक्रेता अरविंद कुमार निवासी परवेजपुर थाना घोसी को गिरफ्तार किया गया, जिसने बताया कि वह 1 वर्ष पूर्व इस सिम को फर्जी आईडी से एक्टिवेट कर अपने चचेरे भाई राजेश पटेल पुत्र स्वर्गीय धर्मदेव पटेल निवासी परवेज पुर थाना घोसी जनपद मऊ को उपयोग के लिए दिया है। पुलिस को राजेश पटेल ने जीआरपी मुख्यालय पर फोन कर धमकी दिए जाने की बात स्वीकार करते हुए बताया कि सिम विक्रेता रविंद्र कुमार सेवा व्यक्तिगत रंजिश के कारण उसे फंसाने के लिए उसके द्वारा दी गई सिम से फोन किया था। फोन करने के बाद उसने सिम को तोड़कर जलाकर फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर धारा 506, 201, 420, 467, 468, 471 भादवि व धारा 7 क्री लॉ अमेंडमेंड एक्ट के तहत गिरफ्तार कर इस संबंध में मुकदमा अपराध संख्या 553/17 पंजीकृत कर अभियुक्तों को जेल भेज दिया। पुलिस अधीक्षक रेलवे गोरखपुर द्वारा घटना का अनावरण व अभियुक्तगण को गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्यों को 5000 रुपया पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।