फारुख हुसैन
बेलरायां खीरी :- नेपाल के पहाड़ों पर हो रही घनघोर बरसात से भारत-नेपाल की मोहाना नदी का जलस्तर बढ़ गया है।इससे सीमा के घाटों पर तीन दिनों से नाव का संचालन ठप पड़ा है।इससे दोनों देशों के नागरिकों की आवाजाही बंद हो गई है।वहीं खेतों में सैकड़ो बीघा की फसलें जलमंगन हो गई है।जिससे ग्रामीणों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
भारत के पडोसी देश नेपाल के पहाड़ों पर मूसलाधार बरसात हो रही है।जिससे मोहाना नदी के पानी ने बिकराल रूप धारण कर तराई में कहर बरपाना शुरू कर दिया है।इससे नदी से सटी बार्डर की ग्राम पंचायत बेलापरसुआ,कड़िया,डांगा,गंगानगर,बनवीरपुर, जसनगर,खैरटिया के खेतों में सैकड़ो बीघा धान एवं गन्ना की फसलें डूब गई हैं।वहीं मोहाना नदी का जलस्तर बढ़ने से भारत-नेपाल सीमा के गुलरिया घाट,हलौना घाट,मरिया घाटों पर बुधवार से नाओं का संचालन ठप हो गया है। वहीं नदी में भीषण बाढ़ होने से गुलरिया घाट की एस.एस.बी चैक पोस्ट जलमंगन ही गई है।साथ ही
बाढ़ से दोनों देशों की बाजारों के व्यापार पर बुरा प्रभाव पड़ा है।क़स्बा बेलरायां में लगने वाली साप्ताहिक (त्यौहार की) बाज़ार शनिवार को नेपाली खरीदारों के आभाव में फिकी रही है। वहीं बार्डर के गुलरिया घाट के नाव संचालन ठेकेदार रामनिवास ने बताया की गुरुवार को मोहाना नदी में अचानक पानी की बाढ़ आने से नाव का संचालन ठप करा दिया गया है।नदी में जलस्तर कम होने के बाद नाव का संचालन किया जयेगा ।बार्डर के ग्राम गुलरिया पत्थर शाह निवासी सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि नदी का विकराल रूप होने के वावजूद प्रशासनिक अधिकारी मौका मुआयना करने नहीं पंहुचा है ।इससे ग्रामीणों असंतोष व्याप्त है।