नितेश मिश्रा. देवरिया.
दिनांक 28/07/2017 को सुमन देवी पत्नी रामसूचित पटेल, निवासी सिरजम हरहंगपुर, थाना गौरीबाजार, जनपद देवरिया द्वारा सूचना दिया गया कि वादिनी के ससुर भोला पटेल उम्र 65 वर्ष व जेठ लल्लन पटेल उम्र 35 वर्ष जो गांव के बाहर गोठे पर रहते थे, जिन्हे दिनांक 27/28.07.2017 की रात्रि में सोते समय अज्ञात व्यक्तियांे द्वारा धारदार हथियार से मारकर हत्या दिया गया है। इस सूचना पर थाना गौरीबाजार में मु0अ0सं0 239/2017, धारा 302 भादवि के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया।
इस दोहरे हत्याकाण्ड की घटना को अत्यन्त गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक देवरिया राजीव मल्होत्रा द्वारा तत्काल घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया तथा घटना के अनावरण हेतु अपर पुलिस अधीक्षक देवरिया चिरजीव नाथ सिंन्हा के निर्देशन में मल्टी रिसोर्स टीम का गठन किया गया। जिसमें क्षेत्राधिकारी रूद्रपुर श्री ब्रजेन्द्र राय, थानाध्यक्ष गौरीबाजार श्री जयप्रकाश यादव तथा स्वाट, सर्विलांस, फोरेन्सिक एवं डाॅग स्क्वायड को टीम को लगाया गया।
टीम द्वारा डाॅग स्क्वाड यूनिट, फील्ड यूनिट, इलेक्ट्राॅनिक सर्विलांस एवं ग्राउण्ड इन्टेलिजेन्स के द्वारा विवेचना प्रारम्भ कर घटनास्थल से जुडे़ समस्त साक्ष्य एवं तथ्यों का पर साक्ष्य एकत्रित किया गया तथा मृतक के परिजनों से पूछताछ की गयी। दौरान विवेचना यह बात प्रकाश में आयी कि मृतक भोला पटेल के 04 बेटे थे। मृतक ने अपनी पुश्तैनी जमीन में 10-10 कटठा जमीन अपने दो बेटों गोविन्द एवं रामसूचित के पत्नियों के नाम लगभग 02 माह पूर्व लिख दिया था तथा अपने तीसरे बेटे लल्लन को अपनी जमीन का एक हिस्सा बेचकर जिससे उसे लगभग 08 लाख रूपये प्राप्त हुआ था, से अपने तीसरे बेटे लल्लन के लिए मकान बनवा रहा था। किन्तु वह अपने एक अन्य बेटे महेन्द्र से नाराज रहता था। अतः उसे न तो जमीन रजिस्ट्री किया और न ही हाल में बेचे गये जमीन के पैसों में से कोई हिस्सा दिया। हत्या के लगभग 20-25 दिन पूर्व महेन्द्र की पत्नी ललिता गांव में आयी थी और उसने अपने हिस्से की जमीन अपने ससुर एवं देवर लल्लन से मांगा था, किन्तु उन लोगों ने उनको कोई हिस्सा देने पर तैयार नही हुए, जिससे छुब्ध होकर वह 15.07.2017 को वापस कोरबा चली गयी थी। अपनी पत्नी के अपमान एवं जमीन तथा जमीन से बिके पैसे मंे हिस्सा न प्राप्त होने के कारण महेन्द्र अपने पिता एवं भाईयों खासकर लल्लन से नाराज रहता था। क्योंकि भोला पटेल लल्लन के साथ ही ज्यादातर रहता था और उसी की बात मानता था। जब उसे यह लगा कि अब उसे जमीन में से कोई हिस्सा नही मिल पायेगा और बेचे गये जमीन से मिले पैसे में भी कोई हिस्सा नही मिलेगा तो उसने अपने पिता एवं भाई की हत्या करने की ठान लिया ताकि जो थोड़ी बहुत जमीन बची है वह उसके हिस्से में आ सके क्योकि उसे पूर्ण विस्वास था कि यदि उसका बाप और भाई लल्लन जिन्दा रहा तो उस जमीन से भी उसे हाथ धोना पड़ेगा।
इस योजना को अंजाम देने के लिए महेन्द्र दिनांक 25.07.2017 को कोरबा (छत्तीसगढ़) जहां वह रहता था, से रवाना होकर 27.07.2017 को सायं 6ः00 बजे देवरिया ट्रेन से पहुंचा। और वहां आटो से बैतालपुर पहुंचा। रात्रि 9ः30 बजे वह अपने गांव सिरजम हरहंगपुर स्थित गोठे पर पहुंचा। गोठे में बने छेद से झांककर उसने यह सुनिश्चित कर लेने पर कि उसके पिता एवं भाई लल्लन वहां सोये हुए हैं तो उसने गोठे का दरवाजा खटखटाया, जिसपर उसका भाई बाहर आया तो उसने पास में रखे हुए बांस के एक मजबूत एवं मोटे टुकड़े से उसके सिर पर प्रहार कर दिया, जिससे वह अचेत हो गया फिर उसे कमरे के अन्दर खींचकर ले गया और ताबड़तोड़ कई प्रहार उसी बांस से किया तथा गोठे में रखे त्रिशुल से भी प्रहार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। इसके बाद बिना समय गवाए उसने उसी गोठे में तखत पर सो रहे अपने पिता को भी बांस एवं त्रिशुल के प्रहार से मार कर हत्या कर गोठे के दरवाजे को बाहर से बन्द कर घटनास्थल से 200 मीटर दूर हत्या में प्रयुक्त बांस के डंडे को फंेक कर गांव से बाहर चला गया और दिनांक 28.07.2017 को प्रातः 6ः20 बजे देवरिया से ट्रेन से वाराणसी पहुंचा और वहां से बस पकड़कर दिनांक 29.07.2017 को कोरबा (छत्तीसगढ़) पहुंच गया। इस तरह उसने पूरे योजनाबद्ध तरीके से अपने पिता एवं भाई की हत्या कर फरार हो गया, अभियुक्त महेन्द्र ने बताया कि वह टीवी पर क्राइम पेट्रोल सीरियल देखता था, जिससे उसने हत्या करने एवं साक्ष्य को छुपाते हुए वारदात के घटनास्थल से सुरक्षित निकल जाने की तकनीक सीखी। अभियुक्त महेन्द्र को आज दिनांक 04.08.2017 को थानाध्यक्ष गौरीबाजार व उनकी टीम द्वारा बैतालपुर से समय 8ः00 बजे प्रातः गिरफ्तार कर लिया गया। जिसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए पिता एवं भाई के द्वारा उसके साथ अनुचित व्यवहार करने के कारण दुखी होकर प्रतिशोध में उनकी हत्या करना बताया। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आला कतल बांस का डंडा जिसपर खून के निशान मौजूद है, गोठे से 200 मीटर दूर बरामद किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त –
1.महेन्द्र पुत्र भोला, निवासी सिरजम हरहंगपुर, थाना गौरीबाजार, जनपद देवरिया।
गिरफ्तार करने वाली टीम –
1.उ0नि0 जयप्रकाश सिंह यादव, थानाध्यक्ष गौरीबाजार।
2.उ0नि0 बीर बहादुर सिंह, थाना गौरीबाजार।
3.उ0नि0 रामरतन, थाना गौरीबाजार।
3.कां0 दिव्यशंकर राय, थाना गौरीबाजार।
4.कां0 कमलेश यादव, थाना गौरीबाजार।
5.कां0 गणेश कन्नौजिया, थाना गौरीबाजार।
6.कां0 राममूरत पासवान, थाना गौरीबाजार।
7.कां0 विनय कुमार, थाना गौरीबाजार।
8.कां0 उमेश चैहान, थाना गौरीबाजार।
इस घटना का अनावरण एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक देवरिया राजीव मल्होत्रा द्वारा 5,000/-रूपये नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी।