यशपाल सिंह
आजमगढ। जिले के अस्पतालों में काया कल्प योजना शुरू हो गयी है। इसके अन्तर्गत मेडिकल वेस्ट के निस्तारण तथा अस्पतालों में साफ-सफाई पर विशेश बल दिया जायेगा। इसके अन्तर्गत पुरस्कार भी दिया जायेगा। उक्त जानकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 वीके अग्रवाल ने दी। उन्होने बताया कि भारत सरकार द्वारा संचालित इस योजना में अस्पतालों को संक्रमण मुक्त रखने पर नगद पुरस्कार की व्यवस्था की गयी है।
उल्लेखनीय है कि अस्पताल में आने वाले व्यक्ति जो मरीजों से मिलते है तथा घर वापस जाते है वे अक्सर बीमार हो जाते है और इसका कारण नही समझ पाते है। अस्पताल में डाक्टर एंव स्टाफ भी संक्रमित हो जाते है। यह बीमारी संक्रमण से आती है। उन्होने बताया कि इसी को मद्देनज़र रखते हुए भारत सरकार ने काया कल्प योजना संचालित किया है। इसमें जिला एवं महिला चिकित्सालय तथा ग्रामीण क्षेत्र में सभी सीएचसी एवं पीएचसी शामिल है। इस पुरस्कार से प्राप्त धनराशि से अस्पताल का सुन्दरीकरण तथा साफ-सफाई की व्यवस्था की जाती है।
डा0 अग्रवाल ने बताया कि उनके द्वारा जनपद एवं ब्लाक स्तर पर सभी स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया है जिससे कि अस्पताल को गन्दगी तथा संक्रमण मुक्त रख सकंे और स्वंय तथा मरीज को सुरक्षित रख सकें। सबसे महत्वपूर्ण हाथ धोने की प्रक्रिया है जो 50-60 सेकेण्ड तक करनी चाहिए। मेडिकल वेस्ट पट्टी, रूई, सिरिंज आदि को अलग-अलग डिब्बे में रखना चाहिए।
उन्होने बताया कि अस्पतालो के जांच के लिए शासन द्वारा समिति गठित हैै। जो समय-समय पर आकर के अस्पतालों की जांच करती है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर पूरे प्रदेश में सबसे स्वच्छ संक्रमण मुक्त अस्पताल का चयन किया जाता है। उन्होने बताया कि जिला अस्पताल को काया कल्प योजना के अन्तर्गत चयनित होने पर रू0 52 लाख, सीएचसी को रू0 5 लाख तथा पीएचसी को रू0 3 लाख दिये जाते है। इस धनराशि के द्वारा वे अपने अस्पतालों का बेहतर रख-रखाव कर सकते है।