हरी शंकर सोनी
सुल्तानपुर- कादीपुर. उत्तर प्रदेश सुलतानपुर के कादीपुर यह समाचार आपको सोचने के लिये मजबूर कर देगा कि किस तरह प्रदेश सरकार अपने सेवाओ का ढिढोरा पीट रही है और धरातल पर उक्त सेवाये नग्न होती जा रही है. पिछली सपा सरकार में समाजवादी एम्बुलेंस सेवा का नाम क्या बदला इसकी कार्यशैली तक बदल गई है. इसकी कभी कार्यशैली के विरोधी भी कायल हुआ करते थे आज इसका यह हाल हो गया है कि एक वयति ने अपनी आखरी सांस ले रहे बच्चे को बचाने के लिये इस सेवा का फायदा उठाना चाहा मगर इस सेवा कि यह स्थिति हो गई कि 4 घंटे लगातार एम्बुलेंस को फ़ोन करता रह गया और नहीं आना था अम्बुलेंस तो नहीं आई और आई भी तो तब तक वह मासूम अपनी आखरी सांसे ले चूका था,
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त सुचना के अनुसार एक युवती रिजवाना को बच्चा हुआ. बच्चे का स्वास्थ सही नहीं होने के कारण स्थानीय चिकित्सको ने जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया, अब इतनी दूर ले जाने के लिये साधन के लिये पीड़ित परिवार के द्वारा फ़ोन किया गया और जब काफी समय के बाद भी एम्बुलेंस नहीं आई तो उसने यह समाचार स्थानीय मीडिया कर्मियों को दिया. मीडिया कर्मियों के द्वारा जब सम्बंधित नंबर पर संपर्क करके एम्बुलेंस की मांग किया गया तो उधर से सलाह आती है कि कृपया प्राइवेट एम्बुलेंस लेकर शहर चले जाये. मगर मीडिया कर्मियों ने एम्बुलेंस की जिद पकड़ लिया तब फिर लगभग 4 घंटे बाद आई एम्बुलेंस ज़रूर मगर नवजात मासूम के पास इतना समय न शायद कुदरत ने उस मासूम को इतना वक्त ही नहीं दिया था और वह मासूम मौत के मुह में चला गया.