लखीमपुर खीरी// सूडा – थारू क्षेत्र के कई ग्रामों में धान की फसल में भुनगा रोग लगने से किसानों की नींद उड़ गयी हैं और
धान की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे है परंतु कृषि विभाग के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देने की जहमत नही उठायी है।
जानकारी के अनुसार पलिया विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पिपरौला, ढकिया, बेरिया, छेदिया, किरतपुर, सेडाबेडा, बजाही समेत एक दर्जन से अधिक ग्रामों में किसानों के खेतों में खड़ी धान की फसल में भुनका रोग लग गया है। भुनका नामक कीड़ा धान की पौध को जड़ से नष्ट कर देता है जिसके कारण फसल को भारी क्षति हो रही है। फसल को बचाने के लिए किसान दवाओं का छिड़काव करने में लगे हुए है। हैरत की बात तो यह है कि कृषि विभाग की ओर से क्षेत्र में धान की फसल में फैल रही भुनका बीमारी की ओर से पूरी तरह से अनजान बना हुआ है।
ग्राम छेदिया पूर्व के मुन्ना राना ने बताया कि दस बीघा खेत में भुनका बीमारी लग गयी है और फसल को काफी क्षति हुई है दवा का छिड़काव करने के बाद भी फसल को बचाने में सफल नही हो पा रहे है। ग्राम बजाही के सेवक बताते है कि भुनका रोग से खेत में खड़ी धान की फसल पीली पड़कर सूखने लगी है। जबतक उसे बीमारी के बारे में जानकारी हुई तब तक खेत में खड़ी फसल में से 50 फीसदी फसल खराब हो चुकी थी। कीरतपुर के सागर का कहना है कि उनके एक एकड़ खेत में खड़ी धान की फसल भुनका रोग की चपेट में आ गयी है। फसल को बचाने के लिए दवा का छिड़काव कर दिया है तथा इसकी सूचना कृषि विभाग के अधिकारियों को भी दे दी है परन्तु अभी तक किसी भी अधिकारी ने खेत में धान की फसल में लगी बीमारी की सुध नहीं ली है। इसी तरह दर्जनो किसानो की फसल इस रोग से नष्ट हो रही है।
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