आफताब फारुकी.
कौशाम्बी. आस्था में बहुत शक्ति होती है. आस्था जीवन का एक परिचय जैसा भी होता है. आज आपको एक ऐसी घटना के सम्बन्ध में बता रहे है जिसको देखने के बाद हमको भी यकीन नहीं हुआ. मगर जब खुद की आँखों से देख लिया तो इसको कोई न कोई नाम देना ही पड़ेगा. ये घटना आखो देखी है कल से ये करिश्मा लोग देख रहे है ।घटना कौशाम्बी के मूरतगंज के पास बरक्तपुर व सिर्यावा के बीच की है जहाँ कर्बला के पास एक मजार धड़क रही है जिसे देखने के लिए रात से हजारो जायरीनो की भीड़ जुटी मौके पर कोखराज थाना प्रभारी पहुचे स्वयं देखा करिश्मा ।
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