दूसरे दिन भी छावनी में तब्दील रहा वलीदपुर
मुहम्मदाबाद गोहना मऊ। चेहल्लुम का जुलुस देखने गयी लापता हुई 4 वर्षीय किशोरी किस्मत जहरा निवासी बिचलपुरा वलीदपुर का गुरुवार को गांव में स्थित एक अहाते में शव मिलने पर गांव के लोग आक्रोशित हो गए थे। सुचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस को भी शव कब्जे में लेने के लिए ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा था।तनाव की स्थिति देखते हुए एसपी ललित कुमार ने रात में ही पूरे जनपद के थानो की पुलिस को बुला लिया था फलस्वरूप काफी मशक्कत के बाद शव को किसी तरह पुलिस ने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।इधर शुक्रवार को भी गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए जनपद के कई थानो की पुलिस को तैनात किया गया था।
मामला कोतवाली के वलीदपुर नगर के बिचलापुरा मुहल्ले का है। गत 11 नवम्बर को वारिस हुसैन की 4 वर्षीय पुत्री किस्मत जहरा गांव में ही चेहल्लुम का जुलुस देखने गयी थी जहाँ से वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गयी थी। परिजनों ने काफी तलाश किया, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। इस मामले में पिता वारिस ने गत 13 नवम्बर को कोतवाली में अपहरण का आरोप लगाते हुए अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी थी। अभी मामले की जांच पुलिस कर ही रही थी कि गुरुवार रात्रि गांव में स्थित एक अहाते के कमरे से कुछ अजीब दुर्गन्ध आ रही थी।लोगो ने कमरा खोलवाया तो देखा कि बच्ची की लाश पड़ी है।सूचना पाकर जहाँ सैकड़ो लोग गांव के इकट्ठा हो गए वही पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी।पुलिस ने शव को जैसे ही कब्जे में लेने की कोशिश किया कि ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और वे शव को लेने नही दिया।ग्रामीण इस बात की मांग कर रहे थे कि गांव के ही निवासी तीन लोगो के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाय। ग्रामीणों की मानसिकता को समझते हुए कोतवाली प्रभारी आरके द्रिवेदी ने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह को दिया। सूचना पाते ही एसपी घटनास्थल पर पहुँच गए और शव को कब्जे में लेने का असफल प्रयास किये। एसपी महोदय ने मौके की नजाकत को देखते जनपद के लगभग सभी थानों की पुलिस को मौके पर बुला लिया। लगभग 5 घण्टे चली खीचा तानी के बाद पुलिस ने जब गांव के बद्री सेठ व उनके पुत्र मनीष कुमार व नाबालिग लड़की को भी हिरासत में लिया। तब जाकर ग्रामीणों ने शव को उठने दिया।इधर शुक्रवार को भी गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस के जवानो को तैनात किया गया। खबर लिखे जाने तक शव अभी पीएम से घर नही आया था और परिजनों का रोते रोते बुरा हाल था।