अन्जनी राय / यशपाल सिंह
आजमगढ़ ।। सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा किए जाने के आरोप में एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दिया गया, जिसकी 10 वर्ष पूर्व ही मौत हो चुकी है। इसकी जानकारी तब हुई जब विवेचक ने अन्य संबंधित आरोपियों को थाने में तलब किया।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर ताल-पोखरा, खेल मैदान, पोखरे का भीटा, बंजर सहित विभिन्न सरकारी जमीनों पर किए गए अवैध कब्जे के खिलाफ प्रशासन द्वारा गठित टास्क फोर्स ने भू-माफिया चिह्नित किए। इसमें बड़े पैमाने पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया गया। इसी में एक प्रकरण तहसील लालगंज की ग्राम पंचायत बरदह का भी मामला है। यहां सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा किए जाने के आरोप में 11 लोगों के खिलाफ बरदह थाने में एफआइआर दर्ज कराया गया था। अवैध कब्जा हटाने के क्रम में तहसीलदार मार्टीनगंज के निर्देश पर पुलिस बल के साथ राजस्व कर्मियों ने दो दर्जन से अधिक लोगों के आशियाने पिछले माह पर ध्वस्त कर दिए थे। क्योंकि सभी पर जल खाता व भीटा पर बसे होने के आरोप की पुष्टि हुई थी। इस संबंध में थानाध्यक्ष सुरेश कुमार ने बताया कि विवेचक द्वारा अग्रिम कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। यदि जिसके नाम जमीन है और उनकी मौत हो चुकी है तो जिसके नाम जमीन होनी है, उसका नाम तरमीम कर दिया जाएगा।
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