अनिल कुमार.
बिहार सरकार आए दिन भ्रष्टाचार से निपटने के लिए नये नये तरीके अपना रही है फिर भी राज्य सरकार के कर्मचारी किसी न किसी तरह से घोटाला को अंजाम दे ही देते हैं। राज्य के लगभग 72 हजार प्राथमिक विद्यालयों और मध्य विद्यालयों में लगभग दो करोड़ से अधिक बच्चें पढ़ते हैं । इन सभी बच्चों को किताब समय पर मुहैया कराना शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी है । सत्र शुरू होने के छः माह बाद भी स्कूल के बच्चों को किताब नहीं मिल पाती है । यह समस्या हर साल बनी रहती है । इससे निजात पाने के लिए शिक्षा विभाग ने नई रणनीति बनाई है । शिक्षा विभाग ने अगले साल से कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को उनके खाते मे पुस्तक की राशि देने की तैयारी की है । इसके लिए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से बच्चों का बैंक खाता 31मार्च के पहले हर हाल में खुलवाने का निर्देश दिया गया है । पुस्तक के छपाई मे खर्च के हिसाब से बच्चों के खाते मे किताब खरीद के लिए राशि दी जाएगी
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