गोपाल जी,
सामंतवादियों ने गरीब पिछड़ों पर अत्याचार किया. हमारा कसूर बस इतना था कि हमने मंडल कमीशन का साथ दिया. ये कहना है राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव का. पटना में आयोजित कुशवाहा सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें की. इस दौरान उन्होंने अपने विरोधियों को निशाने पर लिया वहीं ‘भूरा बाल’ वाले बयान पर सफाई भी दी.
कुशवाहा सम्मेलन को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा ‘भूरा बाल साफ करो’. ज्ञात हो कि 90 के दशक में बिहार की राजनीति में यह नारा काफी मशहूर हुआ था. ‘भूरा बाल’ का मतलब भूमिहार, राजपूत, ब्राह्मण और कायस्थ (जिसे बिहार में लाला के नाम से भी जाना जाता है).
इस दौरान लालू के निशाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के संजोजक जीतन राम मांझी भी आए. सभा को संबोधित करते हुए लालू ने कहा, ‘चूहे दो तरह के होते हैं. हम तो चूहा पकड़कर खाते थे. मांझी भी खाते थे चूहे. लगता है नीतीश भी खाए हैं.’ साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज हरना चूहों के संपर्क में हैं, जो बालू-गिट्टी खाते हैं.
लालू यहीं नहीं रुके, उन्होंने नीतीश के जरिए बीजेपी पर भी निशाना साधा. राजद सुप्रीमो ने बीजेपी को करौंच (प्रजाति) चूहा बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से अब हम कभी बात नहीं करेंगे. इस दौरान उन्होंने नीतीश के करीबी और राज्यसभा सांसद आर.सी.पी सिंह पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आर.सी.पी. सिंह पैसा वसूली करते हैं.
साथ ही उन्होंने कहा, ‘मुझे जेल भेजने की साजिश हो रही है. लालू ना तो डरता है और ना ही खिलाफत छोड़ेगा. अब हमारी लड़ाई नीतीश से नहीं बीजेपी से है.’ कुशवाहा समाज से अपील करते हुए लालू यादव ने कहा कि आप अपना पांच प्रतिशत वोट दीजिए, फिर हम 50 के पार होकर सरकार बना लेंगे.
मो0 कुमेल डेस्क: ज्ञानवापी मस्जिद के मुताल्लिक एक फैसले में पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड के…
तारिक खान डेस्क: मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में 26 नवंबर को एक दलित युवक…
तारिक आज़मी डेस्क: पहले ज्ञानवापी मस्जिद, फिर मथुरा शाही ईदगाह और इसके बाद संभल के…
संजय ठाकुर आजमगढ़: ऑनलाइन बेटिंग एप के ज़रिये अधिक पैसा कमाने का लालच देकर लोगो…
आदिल अहमद डेस्क: रूस ने पहली बार माना है कि यूक्रेन की ओर से किए…
माही अंसारी डेस्क: भारत के जाने-माने उद्योगपति गौतम अदानी और उनके कुछ सहकर्मियों के ख़िलाफ़…