सुल्तानपुर. जनपद मुख्यालय के चद कदमो की दुरी पर स्थित तिकोनिया पार्क व मेहमान होटल के बीच एक ऑटो मोबाइल शाप पर बैठे एक युवक को दिनदहाड़े अज्ञात बदमाशो ने गोलियों से छलनी कर दिया, मोटरसायकल सवार बदमाश युवक की हत्या कर आराम से निकल गये और चंद कदमो के फासले पर उपस्थित जिले की पुलिस टीम हाथ मलती रह गई. बेख़ौफ़ बदमाशो की अंधाधुंध फायरिंग से पूरा इलाका दहशत में आ गया. फायरिंग से दहशत में आये लोगो की अफरातफरी में जब तक लोग संभल पाते तब तक युवक मौत की नींद सो चूका था. मौके पर घटना के बाद पहुची पुलिस और क्षेत्रीय लोग युवक को लेकर अस्पताल पहुचे जहा चिकित्सको ने उसको मृत घोषित कर दिया. मृतक की शिनाख्त जलकल कर्मो अजीत तिवारी उर्फ़ दीपू तिवारी के रूप में हुई. मृतक जलकल परिसर में निवास करता था. मृतक पर हिष्ट्रीशीटर फ़य्याज़ की हत्या का आरोप था.
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचार के अनुसार आज शाम 5 बजे के लगभग अजीत तिवारी उर्फ़ दीपू तिवारी अपनी आल्टो 800 कार संख्या यूपी – 44AC – 4043 को बनवाने के लिये सिविल लाइन तिकोनिया पार्क के पास गया था. इस दौरान वह पास के ऑटो पार्ट्स की दूकान पर बैठा कुछ बाते कर रहा था कि अचानक एक बाइक से दो युवक आये और अंधाधुन्ध फयरिंग शुरू कर दिया. पाश इलाके में हो रही फायरिंग से क्षेत्र में अफरातफरी का माहोल बन गया और लोग इधर उधर भागने लगे, इस दौरान हमलावर युवक को गोली मार हवा में असलहा लहराते भाग गये. क्षेत्रीय नागरिक और मौके पर पहुची पुलिस ने युवक को अस्पताल भेजा जहा चिकित्सको ने उसको मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने लाश को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है.
कही गैंगवार की शुरुआत तो नहीं है दीपू तिवारी की हत्या.
एक वर्ष लगभग पहले शहर में हिष्ट्रीशीटर फ़य्याज़ की हत्या हुई थी. पुलिस खुलासे में दीपू का नाम सामने आया था और पुलिस ने दीपू को गिरफ्तार भी किया था. गिरफ़्तारी के बाद दीपू काफी वक्त तक जेल में रहा और अभी दो माह पूर्व ही ज़मानत पर रिहा हुआ है. इस हत्याकांड में एक पार्षद अनुराग श्रीवास्तव भी जेल गया था, इस हत्याकांड में पुलिस ने दीपू तिवारी को मुख्य आरोपी बनाया था, दीपू अभी लगभग दो माह पूर्व ही ज़मानत पर रिहा हुआ था. क्षेत्रीय चर्चाओ में इस घटना को फ़य्याज़ हत्याकांड के बदले के रूप में भी देखा जा रहा है. पुलिस के सूत्रों की माने तो पुलिस इस घटना में मुख्य इसी पहलू पर अपनी जाँच शुरू कर रही है. यदि सूत्र और चर्चाये सही है तो फिर यह शहर में एक गैंगवार की शुरुआत कही जा सकती है. क्योकि फ़य्याज़ की हत्या के बाद से उसके हत्यारोपी की इस तरह दिनदहाड़े हत्या अपराधियों के बेखौफी की कही न कही से कहानी कह रही है. देखना होगा कि पुलिस इस घटना का खुलासा कब तक करती है.
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