गया जिले में शादी विवाह का एक दिल दहलाने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां विधवा भाभी से 15 वर्षीय नाबालिग देवर की जबरदस्ती शादी करवा दी गई। शादी के लिए नाबालिग बार-बार अपने परिवार वालों को मना कर रहा था लेकिन उसकी बात ना तो उसके घर वाले समझ रहे थे और ना ही उसकी भाभी के घर वाले। विधवा भाभी के मायके वालों ने जबरदस्ती पंचायती करवाते हुए लड़का पक्ष पर दबाव बनाया जिसपर लड़की के माता-पिता ने अपनी विधवा भाभी से शादी करने के लिए लड़के को तैयार किया। लेकिन इस शादी से दुखी लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
शादी से टेंशन में था लड़का
सिंदूरदान के बाद फिर से विधवा भाभी उसके घर बहू बनकर चली आई। जहां दोनों परिवार वाले काफी खुश थे वही लड़का अवसाद में चला गया और शादी के कुछ घंटे बाद ही बंद कमरे में गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस बात की जानकारी परिवार वालों को तब हुई जब उसकी भाभी सुहागरात मनाने के लिए उसे खोजने लगी तभी एक बंद कमरे में उसके होने का पता चला और जब दरवाजा खोलकर देखा गया तो वह फांसी के फंदे से लटका हुआ था। जिसके बाद पूरे घर में कोहराम मच गया। वहीं मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
कमरे में जाकर लगा ली फांसी
मिली जानकारी के अनुसार मामला बिहार के गया जिले का है जहां के परैया थाना क्षेत्र के विनोबानगर रमना गांव के रहने वाले 15 वर्षीय किशोर को जबरदस्ती अपनी विधवा भाभी से शादी करवाने के लिए परिवार वाले टॉर्चर कर रहे थे और परिवार वालों के आगे झुक कर लड़के ने मंदिर में शादी कर ली। लेकिन इस शादी से लड़का काफी परेशान था और वह शादी के कुछ ही घंटों बाद जब परिवार वाले भोज की तैयारी कर रहे थे तभी वह एक कमरे में चला गया और पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। जब इस बात की जानकारी परिवार वालों को हुई तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं मामले की जानकारी आस-पास के लोगों को ही हुई जिसके बाद सभी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
भाई की मौत के बाद दबाव बना रहे थे लड़की वाले
वहीं आस-पास के लोगों का कहना है कि किशोर के भाई की मौत हो जाने के बाद उसकी भाभी के मायके वाले लगातार उसके पिता पर किशोर से शादी कराने का दबाव दे रहे थे। इसको लेकर लड़की के घरवालों ने गांव में पंचायती करवाई और गांव के पंचों ने शादी करने का फैसला सुनाया था। जिसके बाद विवश परिवार वालों ने 15 वर्ष की उम्र में ही अपने नाबालिग बेटे की शादी विधवा बहू से कराने का फैसला लिया।और अपने बेटे की शादी मंदिर में करवा दी।
फैसला सुनाने वाले पंच फरार
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि युवक की आत्महत्या करने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा पूछताछ के दौरान यह पता चला कि जबरदस्ती गांव के पंचों ने इस तरह की शादी करवाने का फैसला सुनाया। जिससे युवक ने आत्महत्या कर लिया। वहीं मृतक किशोर के पिता चंदेश्वर दास से भी पूछताछ की जा रही है। पंचायती करने वाले पंच इस घटना के बाद से फरार है।
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