आने लगे कल्पवासी, अभी चल रही तैयारी
इलाहाबाद : माघ मेले में कल्पवासियों का आना शुरू हो गया, लेकिन तैयारियां पूरी नहीं हुई हैं। गुरुवार को भी कहीं बिजली के खंभे गड़ रहे थे तो कहीं पाइप लाइन और चकर्ड प्लेटें बिछाने का कार्य चल रहा था। ऐसे में तय है कि पहला स्नान पर्व अव्यवस्थाओं के बीच ही होगा।
मेला प्रशासन ने इस बार के माघ मेले को कुंभ मेले का रिहर्सल मानकर तैयारी करने का दावा किया था, लेकिन मेले में अगर देखा जाए तो सिर्फ शौचालयों की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है। मॉडल टायलेट संग सेफ्टी टैंक युक्त शौचालय बनाए जा रहे हैं। जबकि बिजली, पानी और चकर्ड प्लेटों का कार्य ओल्ड जीटी रोड के उत्तर दिशा में अभी भी हो रहा है। चकर्ड प्लेटें जहां बिछी भी हैं, क्लैंपिंग का कार्य ठीक न होने से पैदल चलने पर श्रद्धालुओं के घायल होने का भी खतरा है। काली मार्ग पर भी गुरुवार को बिजली के पोल लगाए जा रहे थे।
इस मार्ग पर करीब 30-40 फीसद हिस्से में शिविर भी नहीं लगे हैं। आचार्य बाड़ा, खाक चौक, दंडी बाड़ा में भी काफी हिस्सों में शिविर लगने बाकी हैं। तैयारियों की ये स्थिति तब है, जब पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा (दो जनवरी) को अब सिर्फ पांच दिन रह गए हैं। उधर, ट्रैक्टरों पर सामान लादकर कल्पवासियों के आने से नए यमुना ब्रिज, शास्त्री ब्रिज और फाफामऊ पुलों पर जाम की स्थिति बनी रही।