मऊ। चिकित्सक को धरती का भगवान भी कहा जाता है मगर जब भगवान ही खुद अपनी महानता न समझे तो फिर इस स्थिति को भगवान भरोसे समझिये. वैसे भी सरकारी चिकित्सा भगवान भरोसे रहती है. इसका एक जीता जागता सा उदहारण आज उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के जिला चिकित्सालय में देखने को मिला जहा पर वायरल फीवर की शिकायत पर इमरजेंसी में भर्ती मरीज़ को समुचित इलाज केवल इस कारण नहीं मिला क्योकि जिस डाक्टर ने उसको भर्ती किया था वह डाक्टर आज नहीं आये और इमरजेंसी में तैनात डाक्टर किसी अन्य का मरीज़ देखने को तैयार ही नहीं हुवे/
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