बलिया – निरीक्षण में डॉक्टर समेत 4 कर्मी गैरहाजिर मिले
साफ सफाई की कमी मिलने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी व एडीओ पंचायत होंगे जिम्मेदार
अंजनी राय.
बलिया : जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जानने के लिए जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने पीएचसी वायना व न्यू पीएचसी बसंतपुर का औचक निरीक्षण किया। वायना में तो स्थिति कुछ ठीक मिली, लेकिन बसंतपुर में पूरी तरह से व्यवस्था खराब मिली। अस्पताल में जहां साफ-सफाई का अभाव मिला। वहीं अधिकांश कर्मी भी नदारद मिले। जिलाधिकारी ने डॉक्टर समेत सभी अनुपस्थित कर्मियों का वेतन रोकने का आदेश मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसपी राय को दिया। उन्होंने तत्काल विकासखंड के एडीओ पंचायत को पर्याप्त सफाई कर्मी लगाकर अस्पताल परिसर की साफ सफाई कराने का निर्देश दिया।
गुरुवार को जिलाधिकारी अचानक बसंतपुर न्यू पीएचसी पर जा पहुंचे। वहां उपस्थिति पंजिका की जांच में चार कर्मचारी गैरहाजिर मिले। इन चारों का स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन रोकने का आदेश दिया मौजूद कर्मचारी ने बताया कि अस्पताल में पिछले डेढ़ साल से बिजली व पानी की व्यवस्था नहीं है। इस पर जिलाधिकारी ने सीएमओ को तत्काल सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के लिए कहा।
सांसद निधि से बनेगा वार्ड
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वायना पर निरीक्षण के लिए पहुंचे डीएम व सांसद भरत सिंह को मरीजों के लिए वार्ड की कमी बताई गई। इस पर सांसद ने अपनी निधि से वार्ड का पैसा देने को घोषणा की। कहा कि जनहित के किसी भी कार्य के लिए निधि का खजाना खुला रहेगा। कुल मिलाकर वहां की व्यवस्था से दोनों संतुष्ट दिखे। अस्पताल में खराब हैंडपंप की समस्या मिलने पर जिलाधिकारी ने उसे ठीक करने का भरोसा दिलाया। एक संविदा चिकित्सक ने लंबे समय से वेतन भुगतान की समस्या का निदान करने की गुहार लगाई।
आयुष चिकित्सक तीन दिन से गायब
एक तरफ जहां जिलाधिकारी का जोर है कि अस्पतालों का लोड कम करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए। लेकिन जिलाधिकारी की इस सोच में आयुष डॉक्टर व कर्मचारी बड़ी बाधा साबित हो रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान ही देखने को मिला। हनुमानगंज ब्लॉक के नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बसन्तपुर पर बकायदा आयुर्वेद विभाग की भी एक टीम तैनात है। औचक निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका की जांच की तो पाया कि आयुष चिकित्सक डॉ. मधु पांडे पिछले तीन दिन से बिना बताए गायब है। वहीं चौकीदार भी काफी समय से अनुपस्थित चल रहे हैं। जिलाधिकारी ने तत्काल जिला आयुर्वेद चिकित्साधिकारी से बात की और इनका स्पष्टीकरण लेते हुए वेतन रोकने का आदेश दिया।
सीएमओ पर भी हुए सख्त
न्यू पीएचसी बसन्तपुर पर निरीक्षण के दौरान मिली कमियों पर जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने सीएमओ पर भी नाराजगी जताई। कहा कि बार-बार निर्देश के बावजूद सभी अस्पतालों पर निरीक्षण नही हुआ है, अन्यथा ये स्थिति देखने को नहीं मिलती। प्रत्येक अस्पतालों पर छोटी-मोटी कमियों को दूर कराना सुनिश्चित कराएं। गांव के गरीब तबके तक के लोगों को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। चेताया है कि साफ सफाई की कमी मिलने पर एडीओ पंचायत व प्रभारी चिकित्साधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।