कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : एडीसी के विधि छात्र दिलीप की हत्या के विरोध में सड़क पर उतरे छात्रों तथा विभिन्न संगठनों के लोग सोमवार दोपहर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। संगम सभागार परिसर के गेट पर आंदोलनरत युवा और छात्र धरने पर बैठ गए। लगभग तीन घंटे तक आंदोलनकारियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर शोर शराबा भी हुआ।
सोमवार दोपहर 12 बजे डीएम निर्वाचन संबंधी बैठक लेने की तैयारी कर रहे थे कि उसी दौरान सैकड़ों की तादाद में छात्र नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट में प्रवेश किए। उनके साथ काफी संख्या में अधिवक्ता भी थे। छात्रों और अधिवक्ताओं तथा विभिन्न संगठनों के लोग संगम सभागार परिसर के मुख्य गेट पर ही धरना देने लगे। इसकी जानकारी होने पर एडीएम सिटी अतुल कुमार सिंह, एडीएम प्रशासन महेंद्र कुमार राय व सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार कनौजिया फोर्स के साथ पहुंच गए। देखते ही देखते ही कलेक्ट्रेट परिसर छावनी में तब्दील हो गया। धरना दे रहे लोग डीएम और एसएसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे। इसके कुछ ही देर बाद डीएम सुहास एलवाई और एसएसपी आकाश कुलहिर कई थानों की पुलिस और पीएसी के साथ पहुंच गए। डीएम पहुंचते ही जमीन पर बैठ गए और छात्रों की बात सुनने लगे। इस पर वहां शोर शराबा और नारेबाजी होने लगी। फिर डीएम ने खड़े होकर माइक से छात्रों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। कहा कि हत्यारोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छात्रों की ओर से डीएम को ज्ञापन भी सौंपा गया। मांग की गई कि 50 लाख रुपये मुआवजा और दिलीप के परिवार में एक सरकारी नौकरी दी जाए। इस पर डीएम ने आश्वासन दिया कि इसके लिए शासन को पत्र भेजा जाएगा। इसके बाद डीएम ने दिवंगत दिलीप के छोटे भाई महेश समेत पांच लोगों से वार्ता की।
डीएम के जाने के बाद भी आंदोलन कर रहे छात्र और युवा धरने पर ही बैठे रहे। काफी देर तक वे पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करते रहे। इसी बीच सीएमपी और एडीसी से भी काफी संख्या में छात्र नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच गए। उन लोगों ने भी डीएम आवास के सामने जमकर प्रदर्शन किया और फिर एडीएम सिटी को ज्ञापन सौंपा। उन लोगों ने दिलीप के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की। साथ ही मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह की गिरफ्तारी की मांग की गई। छात्रों ने पुलिस और प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। चेतावनी दी गई है कि इस अवधि में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
धरना-प्रदर्शन में सुनील सरोज, अजीत भारती, प्रमोद भारतीय, सुनील मौर्य, नीरज, अजय प्रकाश सरोज, संजीव, दिनेश चौधरी, सुनील यादव, चंद्रशेखर चौधरी, सुशील कुशवाहा, अनु सिंह, मानविका, शिवानी, साक्षी, सौम्या, नीलम, शैलेश, मनीष कुमार, संदीप यादव आदि शामिल रहे। अधिवक्ताओं में अरुण कुमार विद्यार्थी, सिद्धार्थ जायसवाल, राजकुमार, सुनील राज, प्रमोद भारतीया, वीके बगड़िया, नटवर लाल भारतीय, कौशलेश तिवारी आदि शामिल रहे।
कर्नलगंज थाने का भी घेराव
जघन्य हत्याकांड के विरोध में सोमवार दोपहर छात्रों और अधिवक्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। इसके बाद यहां से छात्रों का हुजूम पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा।
मो0 कुमेल डेस्क: ज्ञानवापी मस्जिद के मुताल्लिक एक फैसले में पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड के…
तारिक खान डेस्क: मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में 26 नवंबर को एक दलित युवक…
तारिक आज़मी डेस्क: पहले ज्ञानवापी मस्जिद, फिर मथुरा शाही ईदगाह और इसके बाद संभल के…
संजय ठाकुर आजमगढ़: ऑनलाइन बेटिंग एप के ज़रिये अधिक पैसा कमाने का लालच देकर लोगो…
आदिल अहमद डेस्क: रूस ने पहली बार माना है कि यूक्रेन की ओर से किए…
माही अंसारी डेस्क: भारत के जाने-माने उद्योगपति गौतम अदानी और उनके कुछ सहकर्मियों के ख़िलाफ़…