कनिष्क गुप्ता
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में कभी नकल माफिया शिक्षा विभाग को चकरघिन्नी बना देते थे। नकल का आलम यह होता था कि लोग कहते थे कि शिक्षा महकमा डाल-डाल तो नकल माफिया पात-पात। लेकिन इस बार शिक्षा विभाग नकल माफिया से एक कदम आगे चल रहा है। यानी अब शिक्षा माफिया डाल-डाल तो शिक्षा महकमा पात-पात चल रहा है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि पर्ची या गाइड से होने वाली नकल रोकने के लिए विभाग ने सीसीटीवी लगवाई तो नकल माफिया ने सेटिंग कर कक्षों में बोलकर नकल करानी शुरू कर दी। ऐसे में विभाग वाइस रिकार्डर के साथ सामने आया। इससे अब बोलकर नकल करने की संभावना भी क्षीण हो गई। इस रणनीति से नकल माफिया व नकलची परीक्षार्थियों को हौसले पस्त हो गए।
इसके अलावा यदि किसी विद्यालय में कई विद्यालयों का सेंटर है तो वहां सीटिंग व्यवस्था भी ऐसी है कि एक विद्यालय के बच्चे आगे पीछे बैठकर परीक्षा नहीं दे पा रहे है। गेट पर सघन चेकिंग के बाद जूते चप्पल उतार कर परीक्षा किसी प्रकार की नकल सामग्री छिपा कर ले जाने की संभावना को भी दर किनार कर दिया है। पूर्व में जिन सेंटरों पर नकल भरपूर नकल होती थी, वहां लोगों के चेहरे फीके पड़ चुके हैं। दूसरे के स्थान पर परीक्षा दिलाने वालों की दाल नहीं गल पा रही है। नकल रोकने की व्यूहरचना कुछ ऐसी की गई है कि सेंटरों पर मुन्नाभाई भी बेबस नजर आ रहे हैं। दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे तीन परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआइआर कराकर शिक्षा विभाग ने अपने तेवर साफ कर दिए हैं। दैनिक जागरण टीम की सोमवार को की गई पड़ताल में नकल करने और कराने की संभावना पूर्णत: निराधार दिखी। पड़िला स्थित चौधरी भवानी भीख इंटर कालेज में जिला विद्यालय निरीक्षक ने विद्यालय का सघन निरीक्षण कर नकल विहीन परीक्षा का निर्देश दिया। डीआइओएस ने यहां पर नियमों की जानकारी प्रदान की। यहां पर इंटरमीडिएट गणित की 290 छात्र-छात्राओं का सेंटर था। 45 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा कक्ष के बाहर सभी छात्र छात्राओं ने जूते चप्पल उतारे हुए थे।
कमला नगर केवीएम इंटर कालेज कमला नेहरू में प्रधानाचार्य कक्ष से सीसीटीवी के माध्यम से प्रधानाचार्य राकेश कुमार आनंद कक्ष की व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे। गेट पर पुलिस कर्मी मुस्तैद दिखे। विक्रमादित्य सिंह इंटर कालेज में प्रधानाचार्य भी नकल विहीन परीक्षा के प्रति मुस्तैद मिले। शिवकुटी स्थित श्रीनारायण आश्रम बालिका इंटर कालेज में गणित की परीक्षा में छात्राओं का कहना था नकल होने पर वे बाजी मार लेते थे, जो नकल का इंतजाम कर लेते थे। इस सख्ती से कम से कम पढ़ने वालों की मेहनत के साथ न्याय हो रहा है। प्रधानाचार्य विभा मिश्रा ने कहा कि परीक्षा में नकल करना कतई संभव नहीं है।
मो0 कुमेल डेस्क: ज्ञानवापी मस्जिद के मुताल्लिक एक फैसले में पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड के…
तारिक खान डेस्क: मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में 26 नवंबर को एक दलित युवक…
तारिक आज़मी डेस्क: पहले ज्ञानवापी मस्जिद, फिर मथुरा शाही ईदगाह और इसके बाद संभल के…
संजय ठाकुर आजमगढ़: ऑनलाइन बेटिंग एप के ज़रिये अधिक पैसा कमाने का लालच देकर लोगो…
आदिल अहमद डेस्क: रूस ने पहली बार माना है कि यूक्रेन की ओर से किए…
माही अंसारी डेस्क: भारत के जाने-माने उद्योगपति गौतम अदानी और उनके कुछ सहकर्मियों के ख़िलाफ़…