लखीमपुर खीरी = एक ओर जहां मौसम विभाग के द्वारा मौसम मे बदलाव आने की स्थति मे पूरी तरह से स्पष्ट भी नही हो पायी थी और केवल जहां उत्तराखंड मे मौसम विभाग के अनुसार मौसम मे बदलाव की स्थिती का अलर्ट घोषित किया गया था का उत्तराखंड मे मौसम का मिजाज बदलेगा और अगले 24 घंटे में देहरादून सहित उत्तराखंड के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
प्रदेश के 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री में बारिश एवं बर्फबारी होने से तापमान में गिरावट आएगी और वहां हल्की बूंदाबांदी के साथ बर्फबारी भी होगी और एक बार फिर से ठंड अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर देगी । जहां बीते दिन शुक्रवार को अचानक ही शाम को ठंडी हवाओं के साथ आसमान में काले बादल उमड़ आये और रात होते-होते कुछ इलाकों में ये बादल हल्की बूंदों के साथ ज़मी पर बरसने लगे। बदले मौसम की वजह से दून घाटी समेत पूरे उत्तराखंड में एक बार फिर से ठंडक लौट आयी ।
परंतु उत्तर प्रदेश मे मौसम विभाग की ओर इतनी जल्दी मौसम किसी तरह का बदलाव नही और और न ही इधर के लिये कोई मौसम विभाग की ओर से कोई अलर्ट जारी किया गया था परंतु आने वाले दिनो यानी कि आने वाले होली के त्योहार के बाद मौसम जरूर करवट बदलेगा और बारिश के बाद बर्फबारी की संभावना भी जताई थी ।
परंतु देखा जाये तो कुदरत कब अपना रूख बदल दे कोई कह नही सकता और इसी के चलते आज दिन रविवार को लखीपुर खीरी के मोहम्मदी सहित कई इलाको मे अचानक ही मौसम ने अपना मिजाज बदल दिया और आसमान पर काले काले बादल छा गये और जिले कई इलाको मे पहले तो केवल जमकर बर्फबारी हुई और उसके बाद बारिश भी हुई और उसके साथ भी जमकर बर्फबारी हुई और तापमान मे भी कुछ गिरावट हुई है जिससे हल्की हल्की ठंड महसूस होने लगी है । फिलहाल अभी भी मौसम मे बदलाव नजर आ ही रहा ।
जहां एक ओर तो मौसम के बदलाव ने मौसम को खुशनुमा बना दिया है और लोग इस मौसम का आंनद भी ले रहे हैं, परंतु दूसरी ओर अचानक हुई बर्फबारी ने किसानो के माथे पर बल डाल दिये हैं और देखा जाये तो इस हुई बर्फबारी ने उनकी परेशानियों को और भी बढ़ा दिया है ।
क्योकि अचानक हुई बर्फबारी से गेहूं मसूर आम की फसल के साथ और भी इस मौसम मे होने वाली कई फसले लगभग चौपट मानी जा रही हैं जिसमे अरहर की फसल जो कि लगभग तैयार ही है वो भी पूरी तरह से नष्ट ही मानी जा रही है ।इस हुई बर्फबारी की वजह से किसानो की कमर लगभग टूटती ही दिखाई दे रही है एक ओर जहां फसलों के भुकतान को लेकर वो पहले से ही परेशान हैं और अब प्रकृति की मार जो अब उनके लिये परेशानी का सबब बनकर तैयार हो गया है पर अभी भी कई इलाको मे मौसम का बदलाव दिखाई दे रहा है ।
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