नहीं की अतीक करीबियों के घर की कुर्की, जांच शुरू
कनिष्क गुप्ता.
इलाहाबाद : धूमनगंज का बहुचर्चित अलकमा-सुरजीत हत्याकांड फिर चर्चा में आ गया है। इस बार पुलिस पर पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबियों से सेटिंग का आरोप लगा है। डीजीपी से शिकायत की गई है कि धूमनगंज पुलिस ने अतीक करीबियों के घर की कुर्की नहीं की। उसे दबाए रखा। गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी आरोपितों को नहीं पकड़ा। इस संबंध में अदालत ने भी जवाब मांगा है कि कुर्की का तामीला क्यों नहीं कराया, साथ ही अदालत के आदेश का पालन क्यों नहीं हुआ स्पष्ट करें। इसी आदेश को लेकर रूबीना बेगम ने डीजीपी से गुहार लगाई जिस पर जांच शुरू हो गई है।
धूमनगंज थाना क्षेत्र के मरियाडीह के प्रधान आबिद की बहन अलकमा और ड्राइवर सुरजीत को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। मामले में आबिद प्रधान की तहरीर पर बेलीगांव के कम्मू, जाबिर, इंतेखाब, तौसीफ, वसी समेत तमाम लोगों को नामजद किया गया था। हत्याकांड को लेकर जमकर बवाल भी चला था। सरकार बदलते ही जांच बदल गई। कोर्ट की कार्रवाई के दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने कम्मू, जाबिर समेत अन्य आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया। कुर्की की कार्रवाई का आदेश दिया। इसके बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं किया। इसके बाद अदालत ने आदेश दिया कि आरोपितों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करें, साथ ही धूमनगंज थाना प्रभारी यह स्पष्टीकरण दें कि किन परिस्थितियों में अदालत के आदेश का पालन नहीं कराया गया। आरोप है कि इसके बाद भी आरोपित घूमते रहे। फिर आबिद प्रधान की पत्नी रूबीना बेगम ने अदालत के आदेश की प्रति के साथ डीजीपी कार्यालय में गुहार लगाई। डीजीपी के संज्ञान में मामला पहुंचने पर जांच शुरू हो गई। अब इसे लेकर खलबली मची है। धूमनगंज थाने का चार्ज संभाल रहे दारोगा शैलेश सिंह का कहना है कि पुर्नविवेचना में आरोपितों का नाम निकला। अदालत में आख्या फिर से भेज दी जाएगी।