उमेश गुप्ता के साथ कैमरा मैन हरीलाल सिंह बलिया : बिल्थरा रोड क्षेत्रीय सांसद रविन्दर कुशवाहा ने कहा कि भाजपा की केन्द्र की सरकार आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर काफी चिन्तित है और आगामी 2 अक्टूबर से ‘‘आयुष्मान भव’’ के नाम से एक योजना चालू करने जा रही है। जिसमें देश के 50 करोड़ लोगों को लक्ष्य बनाकर बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए प्राईवेट सेक्टर से अच्छे चिकित्सकों को आमंत्रण देकर उचित मजदूरी तय करके उनकी सेवाएं जनहित में लेने का काम करेगी। सरकार ने इसके लिए अनुमानित 5 सदस्यीय 10 करोड परिवार का लक्ष्य रखा है। इसके लिए चाहे जितेने भी अलग से स्वास्थ्य केन्द्र खोलने पड़ जाय। ‘‘आयुष्मान भव’’ की यह योजना गांधी जयन्ती के शुभ अवसर पर आगामी 2 अक्टूबर से पूरे देश के अन्दर केन्द्र व प्रदेश की सरकारों द्वारा लागू की जायेगी।
सांसद कुशवाहा अतौर मुख्य अतिथि यहां नगर के बरनवाल वैश्य अतिथि भवन में शुक्रवार की शाम शारदा नारायण वेलफेयर ट्रस्ट मऊ के तत्वाधान में क्षेत्रीय चिकित्सकों की आयोजित एक सेमिनार में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि सरकार ने सर्वे कराकर यह जान लियाशनन है कि देश के अन्दर अच्छे चिकित्सकों की भारी कमी है। इससे कारण बेहतर स्वास्थ्य सेवा आमजन को नही मिल पा रहा है। अंत में उन्होने इस सेमिनार के आयोजन किये जाने पर शारदा नारायण वेलफेयर ट्रस्ट मऊ की सराहना भी की।
नगर पंचायत के चयरमैन दिनेश कुमार गुप्त ने कहा स्वस्थ जीवन के दिशा निर्देशन हेतु एक तरफ ईश्वर है तो दूसरी तरफ चिकित्सकों को द्वितीय ईश्वर का दर्जा दिया है। आज के समय में खान पान में असंतुलन के कारण आमजन में रोगियों की एक फौज खड़ी हो गयी है। इस लिए चिकित्सकों को इमानदारी से अपने दायित्वों की जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
शारदा नारायण हास्पीटल मऊ के संस्थापक एवं डॉक्टर संजय सिंह ने मरीजों को ह्रदय रोग से कैसे बचाया जाए और मरीजों को हृदय रोग के मरीजों को कैसे पहचाना जाए वह किसी मरीज को हार्टअटैक की संभावना को पहले जानकर उसे दवाई देकर बड़े सेंटर तक भेजा जा सके इसी पर विस्तार पूर्वक स्लाइड के माध्यम से चर्चा किया।
शारदा नारायण टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर इंदिरा आईवीएफ की डायरेक्टर डॉ एकिका सिंह ने बाझपन के मरीजों को क्या क्या परेशानियों से बाझपन के मरीज हो जाते हैं। बाझपन का आगे का इलाज आई वी एफ कितना बड़ा कारगर है इस पर विस्तार से चर्चा किया। स्त्रियों की नलियों रुकावट अथवा अन्य कोई खराबी होने, स्त्रियों में अण्डों का न बनना, उम्र दराज महिलायें जिनका मासिक धर्म बन्द हो गया हो, पुरुष के बीर्य में शुक्राणुओं में मात्रा की कमी, पुरुष के बीर्य में शुक्राणुओं का न हाना पर अण्डकोष में बनना, 3 से 4 बार कृत्रिम गर्भाधान (वाईयूवाई) कराने पर भी सफलता न मिलने आदि पर विस्तार से चर्चा की।शारदा नारायण हॉस्पिटल मऊ के डायरेक्टर व क्रिस्टल केयर के स्पेशलिस्ट डॉक्टर सुजीत सिंह ने क्रिटिकल मरीजों को कैसे बचाया जा सके वह इमरजेंसी दवाएं व वेंटिलेटर कैसे लगाया जाए इस पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया ।
अंत में डॉ राहुल कुमार हड्डी रोग विशेषज्ञ ने अर्थराइटिस से संबंधित बीमारियों पर विस्तार पूर्वक चर्चा कर उनके उपाय के पति जागरुक किया। डॉक्टर संजय सिंह शारदा नारायण हास्पीटल परिवार के सभी टीम को ऐसे कार्यक्रम कर लोगों को जागरुक करने व सेमिनार के माध्यम से अन्य डाक्टरों को अपने अनुभवों को शेयर करने को बहुत बड़ी उपलब्धि बताया।
सेमिनार की शुरुआत सांसद रविन्दर कुशवाहा व नगर पंचायत के चेयरमैन दिनेश कुमार गुप्त द्वारा फीता काटकर किया गया। इस कार्यक्रम में शारदा नारायण हास्पीटल के डायरेक्टर एवं चेयरमैन डॉक्टर संजय सिंह ने अपने आमंत्रित अतिथियों का माल्यार्पण, बुके एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर सीएससी सीयर के प्रभारी डॉक्टर जी पी चैधरी, डा. लालचन्द शर्मा, डा. शेषमणि सिंह, डाक्टर एस के जायसवाल, डा. बी.के. श्रीवास्तव, डा. जेड आलम, डा. जी.पी. वर्मा, डा. प्रमोद श्रीवास्तव, डा. कलीमुल्लाह अंसारी, डा. आर.पी. शर्मा, डा. आर.एस. प्रसाद, डा. रजी अहमद, डा. नेहाल अंसारी, मऊ के पूर्व रोटरी क्लब सचिव श्री अजीत सिंह, मार्केटिंग मैनेजर विपिन सिंह ,दुर्गेश कुमार, जयप्रकाश भारती आदि लोग उपस्थित थे। सेमिनार का संचालन करते हुए डॉक्टर सुजीत सिंह ने बताया कि शारदा नारायण हास्पीटल की मुहिम है कि अधिक से अधिक मरीजों को रोगों से बचाया जाए।