मऊ । पान की दुकान चलाने वाले जियालाल का हत्या उसका अपना ही चचेरा भान्जा निकला हैं। नौंकरी के नाम पर भान्जे ने अपने मामा को नौं लाख रुपये दिये थे। नौकरी नही दिलापाने के बाद रुपये वापस नही करने पर ही भान्जे ने अपने मामा को मौंत के घाट उतार दिया। पुलिस ने चचेरे भान्जे और उसके साथी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयोग किया गया तेजधार हथियार और बाइक को बरामद किया हैं।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिहं ने बताया कि 6 मार्च की सुबह में पुलिस ने घोसी कोतवाली के पकङी खुद गांव के पास नहर पुल के नीचे गेंहू के खेत से पान दुकानदार का शव बरामद किया था। परिजनों ने दो लोगों को नामजद केस दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने असली हत्यारे को धर दबोचा हैं। असली हत्यारा जियालाल का चचेरा भान्जा विष्णु चौंरसिया जो कि मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली के रामपुर कांधागांव का निवासी हैं। विष्णु चौंरसिया ने पुछताछ में बताया हैं कि उसने अपने चचेरे मामला को नौंकरी दिलाने के नाम पर नौं लाख रुपये किसी को दिलाया था। विष्णु ने भी फायदे के लिए अपने दो जानने वाले लङको से भी नौंकरी दिलाने के नाम पर भारी धन लिया था। लेकिन विष्णु के साथ ही उन दोनों लङकों की भी नौंकरी नही लगी। जिससे वह अपने दो जानने वाले लङको को पैंसा वापसी को लेकर परेशान था। इसके लिए वह अपने मामला को ही दोषी मानने लगा। मामा को मारने के लिए उसने अपने बचपन के मित्र रोहित सिहं के साथ मिल कर योजना बनाया।
योजना के अनुसार मामा को पैंसा वापस दिलाने वाले एक प्रभावशाली अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति से मिलवाने के बहाने उन्हे बहकाकर अपनी बाइक पर बैठाकर पकङी खुर्द के सीवान पुल पर ले गया और वहां पर पहले से ही रखे नींद की दवा मिला पानी का बोतला पिलाया। मामला को बातों में उलझाकर रखा और जब वो अर्द्धमुछित अवस्था में होते ही तेज धार हथियार से पुल पर ही हत्या कर दिया और शव को खेत में फेक कर चला गया। जिसके बाद पुलिस ने भान्जा और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कवायद को किया हैं।
मो0 कुमेल डेस्क: बुलडोज़र से किसी का आशियाना या घर तोड़ने से पहले सरकार या…
मोनू अंसारी डेस्क: हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इसराइल के कई इलाको पर…
अबरार अहमद प्रयागराज: ब्लॉक श्रृंगवेरपुर के मोहिद्दीनपुर गांव में बंदरों आतंक लगातार जारी है जिसकी…
तारिक आज़मी वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद की देख रेख करने वाली तंजीम अन्जुमन इन्तेज़मियां मसाजिद कमेटी…
कल्पना पाण्डेय इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक…
तारिक खान डेस्क: एक कलाम का मिसरा है कि 'झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए।'…