दिल्ली : लोकसभा उपचुनावों में हार का दर्द कम भी न हुआ था कि इसी बीच पार्टी को अविश्वास प्रस्ताव भी झेलना पड़ सकता है. आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने से लगातार नाराज चल रही तेलुगू देसम पार्टी (टीडीपी) ने एनडीए से नाता तोड़ दिया है। इस मांग को लेकर पिछले कई दिनों से टीडीपी संसद भवन में भी विरोध-प्रदर्शन कर रही थी। पार्टी लगातार आरोप लगा रही थी कि भाजपा ने अपना वादा पूरा नहीं किया।
टेली-कॉन्फ्रेंस में लिया गया फैसला
टीडीपी पोलित ब्यूरो ने आज सुबह पार्टी के प्रमुख व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के साथ एक टेली कॉन्फ्रेंस के दौरान यह फैसला लिया। जबकि पहले आज शाम होने वाली बैठक में इस पर तय किया जाना था। मगर सुबह ही पार्टी नेताओं के साथ नायडू की नियमित टेली-कॉन्फ्रेंस में ही सारी औपचारिकता पूरी कर ली गई। टीडीपी की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और एनडीए के दूसरे घटकों को पत्र लिखकर अपने फैसले की जानकारी देगी और इस फैसले के पीछे की वजह भी बताएगी।
सोमवार को पेश हो सकता है अविश्वास प्रस्ताव
टीडीपी की नाराजगी को देखते हुए इस बात का पहले से अंदेशा था कि वह एनडीए से अलग होने का फैसला ले सकती है और आखिरकार वही हुआ। इस बीच, टीडीपी सांसद थोटा नरसिम्हन का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है हमारी पार्टी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेगी। हमने फैसला कर लिया है। हम एनडीए से बाहर हो गए हैं। गौरतलब है कि टीडीपी सोमवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की तैयारी में है और इसको कई विपक्षी पार्टियों का समर्थन भी मिल गया है।
ममता बनर्जी ने फैसले का किया स्वागत
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्विटर के माध्यम से फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं एनडीए से अलग होने के टीडीपी के फैसले का स्वागत करती हूं। वर्तमान स्थिति में देश को आपदा से बचाने के लिए इस तरह की कार्रवाई की जरूरत है। मैं विपक्ष के सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील आर्थिक आपदा और एवं राजनीतिक अस्थिरता के खिलाफ मिलकर काम करने की अपील करती हूं।
कांग्रेस का बयान – आंध्र के लोगाें को मिले न्याय
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम शुरुआत से आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग का समर्थन कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि आंध्र प्रदेश के लोगों को न्याय मिले। जब सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है, तब हमें सरकार की विफलताओं को लेकर बात करनी होगी। इसके लिए हम कई लोगों से संपर्क कर रहे हैं।
सीपीआई (एम) भी अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में
सीपीआइएम भी केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी। पार्टी नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि सीपीआइएम भाजपा सरकार के खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करती है। आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे को लेकर वादे के बावजूद धोखेबाजी माफी के योग्य नहीं है।
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