मऊ. भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है मै यह लगातार कहता आया हु, कठुआ प्रकरण में भाजपा का असली चेहरा सामने आया है जिस दरिदगी का नमूना आरोपियों ने दिया है उस सामूहिक बलात्कार कांड में वह इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला हैं और उसके लिये भी भाजपा के कुछ कथित लोगो द्वारा आरोपियों के बचाओ के लिये जो किया जा रहा है वह वाकई निंदनीय है. इसकी जितनी भी भर्तसना किया जाये वह कम है.
उक्त विचार बसपा के यूथ आइकान बनकर उभरे, मऊ सदर विधायक मुख़्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी ने हमसे बात करते हुवे व्यक्त किये. अब्बास अंसारी लगातार तीन दिनों से मऊ जिले में घूम घूम कर आम जन से मिलकर उनके हाल जानने के लिये एक प्रकार का जनसंपर्क अभियान चला रहे है, जिसमे वह रास्ते में पड़ने वाले लगभग हर घर में लोगो से मुलाकात कर रहे है और उनके सू:ख दुःख के बारे में बात कर रहे है. अब्बास अंसारी जहा भी रुक जाते है वह इस दौरान लोगो की भीड़ सी इकठ्ठा हो जाती है.
अब्बास अंसारी ने आगे बात करते हुवे कहा कि कठुआ में जो दिल दहलानेवाला बलात्कार और हत्या हुई है, वो मानवता के ऊपर कलंक है. आज देशभर में बच्चियों के साथ जो दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य हो रहे हैं, उसके लिए वो भी ज़िम्मेदार हैं जो इन अपराधियों को राजनीतिक अभयदान दे रहे हैं. ये सत्तापक्ष की राजनीति और बेशर्मी का निम्नतम स्तर है.
उन्नाव, कठुआ, सूरत, पटना और अब दिल्ली में बलात्कार की घटनाओं ने देश के हर घर को चिंता में डाल दिया है. लोगों में अपनी बहन-बेटियों को लेकर डर का माहौल बन गया है. सरकार इतने गंभीर विषय पर भी कोई ठोस कार्रवाई न करके राजनीति कर रही है, इससे दुखद, शर्मनाक और निंदनीय और क्या हो सकता है ? ये वही पार्टी है जो चुनाव के पहले नारा दिया करती थी कि बेटी के सम्मान में वह है मैदान में, आज शायद मैदान का रास्ता ये पार्टी भूल गई है. सत्ता का नशा सर चढ़ कर बोल रहा है.
उन्होंने कहाकि दिल्ली में निर्भय काण्ड के समय भाजपा की कुछ महिला नेता चुडिया भेज रही थी, आज क्या वह महिला नेता चुडिया नहीं भेजेगी. चलिये मुल्क के प्रधान सेवक खुद को कहने वाले मोदी जी के लिये नहीं सही कम से कम उस वर्ग को तो भेज सकती है जो वर्ग आरोपियों का समर्थन कर रहा है. आप खुद देखे भाजपा में कितनी कद्दावर महिला नेता है मगर आवाज़ किसी की नहीं आ रही है. भाजपा कि सुषमा जी, मेनका जी, मीनाक्षी लेखी जी, स्मृति जी, खेर मैडम और तमाम क़द्दावर महिला नेता चुप हैं, क्योंकि इस बार बलात्कारी घर का ही है.
उन्होंने कहा कि मेरा मन करता है कि मै मोदी जी से पुछू कि मोदी जी क्या यही बेटी बचाओ अभियान है ? क्या हमारी बहन बेटिया भी समाज में सुरक्षित नहीं है, क्या सेल्फी से एक फुर्सत निकाल कर मोदी जी इस घटना की निंदा करने के लिये एक ट्वीट भी नहीं कर पा रहे है. क्या इस घटना की कोई आलोचना नहीं करेगे मोदी जी…?
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