आजमगढ, लंबित वादों के निस्तारण को लेकर कमिश्नरी में बार और बेंच के बीच ठन गई है। 16 मई से मंडलायुक्त कार्यालय के बहिष्कार पर अडिग अधिवक्ता अब आंदोलन तेज करने का मन बना चुके हैं। जबकि मंडलायुक्त एसवीएस रंगाराव का कहना है कि वादकारियों का अहित नहीं होने दिया जाएगा।
कार्य दिवस पर मंडलायुक्त न्यायालय और मंडल के तीनों जिलों में पीठासीन अधिकारी लंबित वादों की सुनवाई करेंगे। इसमें अधिवक्ता खुद आएं या फिर पक्षकार अपनी बात खुद रखे। क्योंकि अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के कारण लंबित मामलों की सूची बढ़ती जा रही है। उधर, पूरे कमिश्नरी परिसर में कई थानों की फोर्स तैनात रही। पुलिस के अधिकारी एवं स्थानीय खुफिया विभाग के कर्मचारी प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे।
मो0 कुमेल डेस्क: ज्ञानवापी मस्जिद के मुताल्लिक एक फैसले में पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड के…
तारिक खान डेस्क: मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में 26 नवंबर को एक दलित युवक…
तारिक आज़मी डेस्क: पहले ज्ञानवापी मस्जिद, फिर मथुरा शाही ईदगाह और इसके बाद संभल के…
संजय ठाकुर आजमगढ़: ऑनलाइन बेटिंग एप के ज़रिये अधिक पैसा कमाने का लालच देकर लोगो…
आदिल अहमद डेस्क: रूस ने पहली बार माना है कि यूक्रेन की ओर से किए…
माही अंसारी डेस्क: भारत के जाने-माने उद्योगपति गौतम अदानी और उनके कुछ सहकर्मियों के ख़िलाफ़…