आफ़ताब फ़ारूकी
इलाहाबाद। लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित पीसीएस 2017 मुख्य परीक्षा के दौरान मंगलवार को हुई अराजकता में कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसमें बुधवार को सभी की जमानत हो गयी केवल रिचा सिंह को जमानत नहीं मिली है, उन्हें जेल भेज दिया गया है। गौरतलब है कि मंगलवार को प्रथम पाली में सामान्य हिंदी की जगह निबंध का पेपर बांट दिए जाने से जमकर आंदोलन हुआ। मामले को आयोग ने संज्ञान में लेते हुए दोनों पाली की परीक्षा को तत्काल रद्द कर दिया। हालांकि रद्द परीक्षा की तिथि आयोग ने घोषित नहीं किया, पेपर को लेकर हुई गड़बड़ी के लिए आयोग ने जांच कमेटी भी गठित कर दी है।
छात्रों ने जब आयोग के खिलाफ नारेबाजी तथा विरोध किया तो उसमें कुछ अराजक तत्व भी शामिल होकर तोड़फोड़ व उदंडता करने लगे, जिन्हें प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया। आज सात लोग थाने से जमानत पर रिहा हुए, उनके लिए 14 जमानतदार लगे। केवल इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रिचा सिंह को जमानत नहीं मिली है, उन्हें जेल भेज दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी कुछ अराजक तत्वों पर भी एफआईआर दर्ज हो सकती है। मीडिया प्रभारी अवनीश पाण्डेय ने उन सहयोगियों का आभार प्रकट किया है जिन्होंने निःसंकोच अपने कागजात जमानत के लिए लगा दिए, एक बार कहने भर से सभी आये साथ मे दो अन्य को भी लाये।
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