आफ़ताब फारुकी
अमरीकी कांग्रेस के कई सांसदों ने रक्षा मंत्री जेम्स मेटिस से कहा है कि तुर्की को एफ़-35 युद्धक विमान बेचने का सौदा रद्द किया जाए।
इससे तुर्की और रूस के बीच मिसाइल रक्षा प्रणाली एस-400 ख़रीदने के समझौते से नाराज़ ट्रम्प प्रशासन तुर्की पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने तक की धमकी दे चुका है।
तुर्की, अमरीका का नाटो घटक देश है, लेकिन वाशिंगटन द्वारा सीरिया में कुर्द बलों का समर्थन और रूस से सैन्य सहयोग के विषय ने दोनों के बीच तनाव में वृद्धि कर दी है।
इस बीच, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोगान ने दो टूक कह दिया है कि अंकारा अपनी रक्षा के मामले में किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेगा।
ऐसी स्थिति में कि जब अमरीकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन एक हफ़्ते से भी कम समय में आधुनिक एफ़-35 विमानों की पहली खेप तुर्की को देने वाली है, 44 अमरीकी सांसदों ने रक्षा मंत्री मेटिस को पत्र लिखकर मांग की है कि तुर्की को युद्धक विमानों की आपूर्ति न की जाए।
अमरीकी सांसदों के पत्र में दावा किया गया है कि अंकारा दुनिया भर में अमरीकी हितों को निशाना बना रहा है और हमें तुर्की पर विश्वास नहीं है कि वह एस-35 का इलाक़े में ज़िम्मेदारी के साथ इस्तेमाल करेगा।
अमरीकी सांसदों ने यह भी दावा किया है कि तुर्क राष्ट्रपति पहले ही सीरिया में अमरीकी सैनिकों को निशाना बनाने की धमकी दे चुके हैं।
अर्दोगान ने भी अमरीका को चेतावनी दी है कि अगर वाशिंगटन ने एफ़-35 देने में आनाकानी की तो वह युद्धक विमान किसी और देश या रूस से ख़रीद लेंगे।
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