सुदेश कुमार
बहराइच 29 जून। जनपद के दिव्यांगजनों की दिव्यांगता की पहचान करना, उपचारात्मक सेवाएं प्रदान करना, दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनवाने में सहायता करना, कृत्रिम अंग सहायक उपकरण कैम्प में सहभागिता, करेक्टिव सर्जरी कैम्प में सहयोग, उनकी शिक्षा तथा कौशल विकास में सहायता करना, योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर उनका लाभ दिलाने के उद्देश्य से जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है।
यह जानकारी देते हुए जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी एके गौतम ने बताया कि संस्था को कार्यदायी संस्था के रूप में स्वैच्छिक संस्थाओं के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने स्वैच्छिक संस्थाओं से अपील की है कि ऐसी संस्थाएं जिनके पास दिव्यांगजनों के पुनर्वास के क्षेत्र में न्यूनतम 02 वर्ष का अनुभव हो व दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, उ.प्र. लखनऊ में पंजीकरण हो, वे अपना आवेदन/प्रस्ताव विकास भवन स्थित जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को 02 जुलाई 2018 तक अनिवार्य रूप से जमा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्वैच्छिक संस्थाओं को वरीयता प्रदान की जायेगी।
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