सूडा. भारत नेपाल सीमा के गौरीफंटा कोतवाली में तैनात एक मात्र डायल हेन्ड्रेड की गाड़ी को यहां से हटाकर संपूर्णा नगर के बसही भेजे जाने से पब्लिक में काफी रोष व्याप्त है । लोगों का कहना है कि बसही में पहले से एक गाड़ी तैनात है वहीं एक गाड़ी और भेज दी गयी है । जबकि गौरीफंटा कोतवाली में मात्र एक गाड़ी थी उसे भी पुलिस अधीक्षक खीरी के आदेश पर हटा दिया गया है। नेपाल के महत्त्व पूर्ण बार्डर होने पर भी डायल हेन्डैड सेवा का हटाया जाना समझ से परे है।
थारू जनजाति के चालिस गांव तीस किलोमीटर की दूरी में फैले हैं जिसमें गौरीफंटा कोतवाली से चन्दन चौकी कोतवाली की दूरी तकरीबन पचीस किलोमीटर है जहां पुलिस की एक भी चौकी नहीं है ऐसे में पुलिस अधीक्षक खीरी द्वारा डायल हैन्डेड सेवा का बन्द कर देना थारू जनजाति के गांवों के साथ अन्याय ही समझा जा रहा है।
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