बहराइच 21 जुलाई। चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 में 03 दिसम्बर 2018 को राज्य स्तर पर विश्व दिव्यांग दिवस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत उत्कृष्ट दिव्यांग व्यक्तियों/संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया जायेगा।
यह जानकारी देते हुए जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी एके गौतम ने बताया कि राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी तथा आवेदन-पत्र का प्रारूप सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार की वेबसाइट डीआईएसएबीआईएलआईटीवाईएएफएफएआईआरएस डाॅट जीओवी डाॅट इन से पूर्ण औपचारिकताओं के साथ भरे हुए आवेदन-पत्र जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, बहराइच के कार्यालय में 23 जुलाई 2018 तक जमा किये जा सकते हैं।
ग्राम स्वराज अभियान के लिए नामित नोडल अधिकारियों का आगमन
बहराइच 21 जुलाई। ग्राम स्वराज अभियान के द्वितीय चरण के लिए भारत सरकार द्वारा नामित नोडल अधिकारी उप सचिव, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार नागनाथन का दिनांक 22 जुलाई 2018 को जनपद आगमन प्रस्तावित है। श्री नागनाथन जनपद में प्रवास के दौरान विकास खण्ड जरवल अन्तर्गत संचालित गतिविधियों का जायज़ा लेंगे। यह जानकारी मुख्य विकास अधिकारी ने दी है।
सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान में रूचि न लेने वाली एएनएम को किया जाय चिन्हित: डीएम
बहराइच 21 जुलाई। ग्राम स्वाराज अभियान के द्वितीय चरण अन्तर्गत 16 से 26 जुलाई 2018 तक संचालित होने वाले सघन मिशन इन्द्रधनुष प्रथम चरण के मध्यावधि की समीक्षा तथा 05 अगस्त 2018 से संचालित होने वाले पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान की तैयारी की समीक्षा के लिए शुक्रवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई।
सघन मिशन इन्द्रधनुष के प्रथम चरण के मध्यावधि की समीक्षा के दौरान विकास खण्ड फखरपुर, शिवपुर व जरवल में अपेक्षा के अनुरूप प्रगति न पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराज़गी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारियों को सचेत किया गया कि अभियान के शेष अवधि में प्रगति में अपेक्षित सुधार लायें। समीक्षा के दौरान पाया गया कि विकास खण्ड पयागपुर में बूथ कवरेज अच्छा है परन्तु आईएमआई सत्रों का आयोजन प्रायः उन्हीं स्थानों पर किया गया जहाॅ नियमित टीकाकरण सत्र हुआ था। जबकि अलग-अलग सत्र स्थलों पर आईएमआई सत्र का आयोजन होना था। इस सम्बन्ध में निर्देश दिया गया कि आईएमआई सत्र आयोजन में विभागीय दिशा निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।
अभियान के दौरान डब्लूएचओ की मानीटरिंग में पाया जा रहा है कि कुछ एएनएम पूर्ण ड्यू लिस्ट अपने पास नहीं रखती हैं। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी एएनएम को ड्यू लिस्ट रखने के सम्बन्ध में अपने स्तर से निर्देशित कर दें। अभियान के दौरान खराब प्रदर्शन वाली 63 एएनएम चिन्हित की गयी हैं। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया ऐसी सभी एएनएम को पुनः प्रशिक्षण दिलाये जाने की व्यवस्था की जाय।
बैठक के दौरान यह भी सुझाव प्राप्त हुआ कि एक ही स्थान पर लम्बी अवधि से तैनात होने के कारण कुछ एएनएम द्वारा अभियान में रूचि नहीं ली जा रही है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि ऐसी एएनएम को चिन्हित कर अपेक्षित कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रतिरोध वाले क्षेत्रों में अधिक से अधिक इन्कारी परिवारों को टीकाकरण के लिए राज़ी किये जाने के कार्य में सम्बन्धित क्षेत्र के उप जिलाधिकारी की मदद ली जाय।
पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान की तैयारी की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में शामिल सभी विभागों को आसन्न अभियान में भी पूर्व की भांति सहयोग प्रदान करने का निर्देश देते हुए कहा कि बूथ कवरेज बढ़ाये जाने के लिए सभी लोग मिलकर प्रयास करें। बैठक के दौरान एस.डी.एम., बी.डी.ओ. व एम.ओ.आई.सी. को निर्देश दिया कि पूरे अभियान के दौरान किसी भी स्तर पर अगर कोई अनुपस्थित रहता है तो उसकी सूचना तत्काल सी.एम.ओ. को देंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि विभिन्न स्तरों पर आयोजित होने वाली महत्वपूर्ण बैठकों में शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करायी जाये।
अस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.के. पाण्डेय, उप जिलाधिकारी सदर ज़ुबेर बेग, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस.के. तिवारी, जिला पंचायत राज अधिकारी केे.बी. वर्मा, डीपीएम एनएचएम डा. आर.बी. यादव, बाल विकास परियोजना अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित लोग मौजूद रहे।
बेटियों की शिक्षा हेतु परिवारों को करें जागरूक: माला श्रीवास्तव
बहराइच 21 जुलाई। कलेक्टेªट सभागार में आयोजित ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान की समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिया कि कोई भी बालिका शिक्षा से वंचित न रह जाय इसके लिए आमजन को जागरूक किया जाय कि अपने बेटियों को शिक्षा हेतु विद्यालय अवश्य भेजें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जो भी बालिकाएं स्कूल छोड़ रही हैं, उनके स्कूल छोड़ने सम्बन्धी समस्या का निवारण करते हुए ड्राप आउट छात्राओं को पुनः विद्यालयों मंे दाखिला दिलवाया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार के संचालन में महिलाओं की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए शत-प्रतिशत महिलाओं का शिक्षित होना नितान्त आवश्यक है। एक महिला के शिक्षित होने से पूरा कुटुम्ब शिक्षित हो जायेगा।
पीसीपीएनडीटी पर चर्चा के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी को कन्या भू्रण हत्या निवारण के सम्बन्ध में एक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान अन्य विभागीय अधिकारियों को भी ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी और योजना को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने हेतु बल दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय ने कहा कि बेटियों को भी बेटों के बराबर समानता व शिक्षा का अधिकार है। बेटियां भी सभी कार्यांे में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और देश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने पक्षपात पूर्ण लिंग भेद चुनाव की प्रक्रिया को पूर्णतः खत्म करने पर जो दिया। बैठक का संचालन जिला बाल संरक्षण अधिकारी/जिला प्रोबेशन अधिकारी वीपी वर्मा द्वारा किया गया।
इस अवसर अपर पुलिस अधीक्षक, उप जिलाधिकारी सदर जुबैर बेग, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसके तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे
पौधरोपण कार्य में किसी प्रकार की उदासीनता पर दण्डित होंगे जिम्मेदारान: डीएम
बहराइच 21 जुलाई। कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार की देर शाम जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने कहा कि जिन विभागों को पौधरोपण का लक्ष्य आवंटित किया गया है परन्तु उनके पास पौधरोपण के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध न होने पर, ऐसे विभाग प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच से समन्वय कर पौधरोपण के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करायेंगे।
जिलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि ऐसे विद्यालय जहाॅ पौधरोपण के लिए भूमि उपलब्ध है, उनका कलस्टर के रूप में चयन करते हुए विद्यालयों की सूची डीएफओ बहराइच को उपलब्ध करा दें। इसी सन्दर्भ में अपर जिलाधिकारी ने बताया कि राजस्व विभाग अन्तर्गत उपलब्ध भूमि का तहसीलवार विवरण शीघ्र ही डीएफओ बहराइच को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी लक्षित विभागों को निर्देश दिया कि आवंटित लक्ष्य के अनुसार प्रत्येक दशा में पौधरोपण सुनिश्चित करायेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे विभाग जिनके पास भूमि उपलब्ध नहीं है समय से डीएफओ बहराइच से सम्पर्क कर भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए वृक्षारोपण की कार्ययोजना तैयार कर लें। उन्होंने कहा कि पौधरोपण का कार्य शासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में से है, इसलिए इस कार्य में किसी प्रकार की बहानेबाज़ी को सम्बन्धित अधिकारी की लापरवाही मानते हुए आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि प्रत्येक दशा में पौधरोपण के लक्ष्य को पूर्ण किया जाय। इस वर्ष सम्पूर्ण प्रदेश में 9.16 करोड़ जबकि जनपद बहराइच को लगभग 15 लाख पौधे रोपित किये जाने का लक्ष्य आवंटित किया गया है।
बैठक के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच आर.पी. सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय वन नीति 1988 एवं राज्य वन नीति 2017 के अनुसार प्रदेश का एक तिहाई भू-भाग वनाच्छादित व वृक्षाच्छादित हो। भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट 2017 के अनुसार उत्तर प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का मात्र 6.09 प्रतिशत वनावरण तथा 3.09 प्रतिशत क्षेत्र वृक्षावरण कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 9.18 के मात्र प्रतिशत क्षेत्र (22,121 वर्ग कि.मी. भू-भाग) में ही वनावरण एवं वृक्षाच्छादन है।
डीएफओ श्री सिंह ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा यह अपेक्षा की गयी है कि वर्ष 2018-19 में समस्त विभागों का समावेश करते हुए जन आन्दोलन के रूप में सबकी जन सहभागिता सुनिश्चित करते हुए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कराया जाय। उन्होंने बताया कि जनपद में पौधरोपण के लिए पौधों की कोई कमी नहीं है। वन विभाग बहराइच में 1464391, कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में 39289, उद्यान विभाग में 120675 तथा निजी पौधशालाओं में 731000 कुल 2355355 पौधे उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, उप जिलाधिकारी सदर ज़ुबेर बेग, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बलवन्त सिंह, अधि.अधि. नगर पालिका परिषद बहराइच पवन कुमार, तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा, उप प्रभागीय वनाधिकारी पी.एस. त्रिपाठी व पी.सी. पाण्डेय, क्षेत्रीय वनाधिकारी बहराइच डी.के. सिंह, अब्दुल्लागंज के जे.पी. चैबे, नानपारा के राशिद जमील, चकिया के ज़हीर मिर्ज़ा व रूपईडिहा के ए.के. सिद्दीकी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाएं किसान: सूर्य प्रताप शाही
बहराइच 21 जुलाई। मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग, उत्तर प्रदेश सूर्य प्रताप शाही जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षात्मक जनपद में कृषि कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषकों के कृषि आय दोगुना करने के उद्देश्य से विकास खण्ड बलहा के ग्राम तुलसीपुर मंे आयोजित कृषि गोष्ठी/किसान मेला में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर विधायक नानपारा श्रीमती माधुरी वर्मा के प्रतिनिधि पूर्व विधायक दिलीप वर्मा, एनडीयू फैजाबाद के कुलपति डा. जेएस संधू, अपर कृषि निदेशक सामान्य उ.प्र. रामचन्द्र सिंह, संयुक्त कृषि निदेशक देवीपाटन मण्डल गोण्डा डा. पीके गुप्ता, भारत सरकार द्वारा नामित नोडल अधिकारी डा. अश्विनी कुमार सिंह मौजूद रहे।
गोष्ठी के दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि कल्याण अभियान के तहत कराये गये कार्यों का किसानों के मध्य सत्यापन किया। उपस्थित किसानों द्वारा बीज, पौध, पशुपालन आदि विभागों द्वारा कराये गये कार्यों की पुष्टि की और मौके पर नैडप कम्पोस्ट बने होने पर श्री शाही ने प्रसन्नता व्यक्त की। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए श्री शाही ने कहा कि सभी किसान भाई अपने खेतों में वैज्ञानिक विधियों से खेती करें तथा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्हांेने बताया कि सोलर पम्प योजना में नई व्यवस्था के तहत पहले ड्राफ्ट लाओ पहले सोलर पम्प पाओ की व्यवस्था की गई है। उनके द्वारा अपेक्षा की गयी कि कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी से बैंक ड्राफ्ट की धनराशि व पात्रता आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर योजना का लाभ उठायें।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के उत्थान के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं और विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हंै। उन्होंने बताया कि फसल ऋण मोचन योजना अन्तर्गत जनपद बहराइच के 89756 कृषकों का रू. 01 लाख की सीमा तक कुल 593.84 करोड़ का ऋण माफ किया गया है। कहा कि जब तक किसान खुशहाल नहीं होंगे समृद्ध भारत की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली तथा देश को समृद्ध के मार्ग पर ले जाने के लिए केन्द्र सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए वर्ष 2018-19 के लिए खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य को किसानों की लागत से डेढ़ गुणा या उससे अधिक देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि धान की फसल पर किसानों की ओर से लगायी जाने वाली उत्पादन लागत रू. 1166=00 को देखते हुए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य रू. 1750=00 देने की घोषणा की गयी है। इसी प्रकार मक्का फसल के लिए रू. 1700=00, बाजरा के लिए रू. 1950=00, ज्वार के लिए रू. 2430=00, उड़द के लिए रू. 5600=00, अरहर (तूर) के लिए रू. 5675=00, मूॅग के लिए रू. 6975=00, सोयाबीन के लिए रू. 3399=00, मूॅगफली के लिए रू. 4890=00, रागी के लिए रू. 2897=00, कपास के लिए रू. 5150=00, सूरजमुखी के बीज के लिए रू. 5388=00, तिल के लिए रू. 6249=00 तथा रामतिल के लिए रू. 5877=00 न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है जो कि लागत से डेढ़ गुणा या उससे अधिक है।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा प्रमाणित एवं संकर बीजों के अनुदान में भी बढ़ोत्तरी की गई है। इसके आलावा किसानों के खेतांे का मृदा की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है तथा पशुओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जा रहा है। उन्हांेने कहा कि कृषि कल्याण अभियान अन्तर्गत किसानों को नैडपकम्पोस्ट की स्थापना करायी जा रही है जिसपर रू. 7000/- का अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक दिलीप वर्मा ने नानपारा को कृषि विज्ञान केन्द्र का तोहफा दिये जाने पर कृषि मंत्री व प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज फैजाबाद के कुलपति द्वारा उपस्थित किसानों को अपनी समस्याएं रखने, वैज्ञानिक खेती करने तथा अपने बच्चों को शिक्षित कराने की सलाह दी गयी।
उन्हांेने 11 किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड, 10 किसानों को कृषि यन्त्र चयन पत्र, 25 किसानों को फलदार पौध तथा 25 किसानों को सब्जी बीज मिनीकिट्स का वितरण किया। इस अवसर पर उन्हांेने अन्य अतिथियों के साथ पौध रोपड़ किया। श्री शाही द्वारा किसानों के हित में जनपद के अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत में कराये गये कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की। गोष्ठी के अन्त मंे उप निदेशक कृषि डा. आरके सिंह द्वारा आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर भूमि संरक्षण अधिकारी संतोष कुमार यादव, केवीके बहराइच के डा. वीपी सिंह, डा. ओपी वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी पारस नाथ, उद्यान निरीक्षक आरके वर्मा सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य जन मौजूद रहे
देश का अन्नदाता किसान ही है भाग्य विधाता: स्वामी प्रसाद मौर्य
बहराइच 21 जुलाई। नीति आयोग द्वारा चयनित आकांक्षात्मक जनपद में कृषि कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषकों के कृषि आय दोगुना करने के उद्देश्य से ब्लाक रिसिया के ग्राम महरू में मंत्री, श्रम एवं सेवायोजन विभाग, उत्तर प्रदेश/प्रभारी मंत्री जनपद बहराइच स्वामी प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में किसान चैपाल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा नामित नोडल अधिकारी संयुक्त निदेशक राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान बागपत, उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह, उपायुक्त मनरेगा शेष मणि सिंह, उप जिलाधिकारी सिद्धार्थ यादव, तहसीलदार नानपारा मधुसूदन, जिला कृषि अधिकारी राम शिष्ट सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी, भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी गुलाब चन्द्र शुक्ला, संचित सिंह, परशुराम कुशवाहा सहित अन्य संभ्रान्तजन व बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
चैपाल को सम्बोधित करते हुए उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह ने बताया कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा देश में नीति आयोग का गठन कर पूरे देश का सर्वे कराकर सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक रूप से अति पिछड़े जनपदों का चयन किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश के बहराइच सहित 08 जनपद शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद बहराइच में कृषि कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के अत्यन्त पिछड़े 25 ग्रामों में ग्राम महरू का चयन होने से इस क्षेत्र का विकास तेज़ी के साथ हो सकेगा। चयनित ग्राम में किसानों को दलहन व धान बीज के मिनीकिट, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, फलदार पौध वितरण, सब्जी बीज मिनी किट, नैडफ कम्पोस्ट, कृषि यन्त्र वितरण, एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण, पशुओं का टीकाकरण एवं कृत्रिम गर्भाधान से सम्बन्धित योजनाओं से आच्छादित किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा नामित नोडल अधिकारी डा. अश्वनी कुमार सिंह ने कृषि कल्याण अभियान अन्तर्गत भारत सरकार के दिशा निर्देशों के बारे में जानकारी प्रदान की।
किसान चैपाल को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए दृढ़ संकल्पित हंै। भारत सरकार का सपना है कि वर्ष 2022 तक देश की आमदनी में दोगुना का इज़ाफा हो जाय। उन्होंने कहा कि इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा अनेकों योजनाएं किसानों के हित में संचालित की जा रही हैं। श्री मौर्य ने कहा कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से गाॅव के आॅगन में ही कृषि व उसके अन्य सहयोगी विभागों द्वारा औद्यानिक खेती, गन्ना, पशुपालन, रेशम कीट पालन, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन इत्यादि की नवीनतम् तकनीक की जानकारी उपलब्ध कराये जाने से जहाॅ इस क्षेत्र का विकास तेज़ी के साथ होगा वहीं किसानों को आत्मस्वावलम्बी बनने तथा अपनी आय को दोगुना करने में मदद मिलेगी।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि जब तक किसान खुशहाल नहीं होंगे समृद्ध भारत की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली तथा देश को समृद्ध के मार्ग पर ले जाने के लिए केन्द्र सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए वर्ष 2018-19 के लिए खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य को किसानों की लागत से डेढ़ गुणा या उससे अधिक देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि फसली ऋण माफी जैसी महत्वाकांक्षी योजना के तहत रिकार्ड 86 लाख लघु एवं सीमांत किसानों का ऋण माफ किया गया है जबकि प्रदेश में चीनी के रिकार्ड उत्पादन कर प्रदेश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है और गन्ना मूल्य का भुगतान 14 दिन के अन्दर किये जाने की व्यवस्था की गयी है।
श्री मौर्य ने कहा कि किसानों का बोझ कम करने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, खलिहान अग्निकांड दुर्घटना सहायता योजना, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजनाओं को संचालित कर किसानों को विभिन्न आपदाओं से सुरक्षा प्रदान की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की कि मृदा स्वास्थ्य की जाॅच अनुसार फसल की बुआई एवं तदनुसार संतुलित उर्वरक का प्रयोग कर अच्छी उपज प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करायी गयी है अब किसानों को खाद के लिए घण्टों लाइन में खड़े होकर इन्तज़ार नहीं करना पड़ता है।
किसान चैपाल को भाजपा पदाधिकारी व प्रगतिशील कृषक परशुराम कुशवाहा व संचित सिंह ने भी सम्बोधित करते हुए किसानों का आहवान्ह किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संचालित मुख्यमंत्री फलोद्यान व मुख्यमंत्री वृक्ष धन योजना के तहत अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण कर अपनी आय को बढ़ाने के साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने में भी सहयोग प्रदान करें। उन्होंने किसानों को कृषि फसलों के साथ अधिक से अधिक औद्यानिक फसलों की खेती कर अपनी आय में इज़ाफा करने का सुझाव दिया। किसान चैपाल के दौरान 09 कृषकों को कृषि यन्त्रों के चयन पत्र, 13 किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड, 100 कृषकों को सब्ज़ी बीज मिनी किट का वितरण मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।
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