Categories: CrimeSpecial

मोक्ष की नगरी काशी में हुआ खौफ का पर्याय माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी पञ्चतत्व में विलीन

तारिक आज़मी.

वाराणसी. आतंक और खौफ का एक पर्याय ही था मुन्ना बजरंगी, मगर कहा गया है मौत किसी से खौफ नहीं खाती है और एक बार फिर यह सिद्ध हुआ और खौफ का पर्याय बना माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी से भी मौत खौफ नहीं खाई और आज मोक्ष के नगरी काशी में मुन्ना बजरंगी पञ्च तत्व में विलीन हो गया,

तमाम अटकलों को विराम देते हुवे माफिया डॉन का पार्थिव शरीर उसके पैत्रिक गाव आया. यहाँ उसके मौत पर आंसू बहाने वाली आँखों की कमी नहीं देखी गई. गाव में उसके शव को देखने वालो का ताता लगा हुआ था. भारी सुरक्षा व्यवस्था में बागपत से उसका पार्थिव शरीर उसके जौनपुर जनपद स्थित पैत्रिक निवास लाया गया. परिजनों के साथ गाव और आस पास के कई गाव और शहर के लोगो को उसके पार्थिव शरीर को देखे आते हुवे देखा गया,

20 सालो में आतंक में मुन्ना बजरंगी के नाम 40 हत्या के मामले थे, बताते चले की बागपत जेल में सुनील राठी नामक एक अन्य अपराधी ने उसकी गोली मार कर कल हत्या कर दिया था. इसके पहले मुन्ना बजरंगी की मुठभेड़ दिल्ली में एसटीऍफ़ से हुई थी जहा उसको 11 गोलिया लगी थी. मगर वह इलाज में बच गया था. इसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान वह फरार हो गया था. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसको मुम्बई से गिरफ्तार किया था तभी से वह प्रदेश की कई जेलों में रहा था.. कल सुबह बागपत जेल में एक अन्य माफिया डॉन सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की गोली मार कर हत्या कर दिया था. मुन्ना बजरंगी को कुल 10 गोलिया लगी थी.

इस हत्या ने जेल की सुरक्षा पर कई सवालिया निशान लगा दिए है. जिसमे सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर जेल के अन्दर असलहा पहुचा कैसे ? अगर हत्यारोपी की माने कि उसने मुन्ना की पिस्टल छीन कर उसको गोली मारी तो फिर आखिर मुन्ना बजरंगी के पास पिस्टल कहा से आई. दूसरा सबसे बड़ा सवाल है कि दस गोलिया मारने में उसको कुछ तो वक्त लगा होगा, एक पिस्टल से पूरी गोलिया ख़त्म होने के बाद दुबारा शायद लोड भी करना पड़ा होगा, इतने समय तक जेल के सुरक्षाकर्मी भला कहा थे, इसी सन्दर्भ में एक और प्रश्न उठता है कि जेल में हत्या के बाद हत्यारोपी ने बताया कि उसने असलहा (आला क़त्ल) गटर में फेक दिया था. तो सवाल यह पैदा होता है कि सीवर इस तरह कैसे जेल के अन्दर है कि उसमे कोई भी सामन फेका जा सकता है,

खैर मुद्दा तो जाँच का विषय है और इस हत्या पर प्रदेश सरकार ने जेलर सहित कई जेल कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. जाँच का आदेश हो चूका है और आज डॉन पञ्चतत्व में विलीन हो गया. पूर्वांचल में आतंक के दौर के बाद उस आतंक का खात्मा हो गया. आज अंतिम संस्कार में मुन्ना के पार्थिव शरीर को एक सजी सवारी गाडी से लेकर वाराणसी लाया गया. जहा काफी सुरक्षा व्यवस्था के साथ उसकी शव यात्रा शमशान घाट पहुची. इस दौरान पुलिस के सुरक्षा व्यवस्था के साथ डान के परिजनों और रिश्तेदारों की कई गाड़िया जौनपुर जनपद से वाराणसी आई.घाट पर चिता को विशेष रेलिंग लकड़ी की बना कर तैयार किया गया था. लोगो का हुजूम साथ में था और डॉन मुन्ना बजरंगी को पंचतत्व में विलीन कर दिया गया,

40 हत्याओ के आरोपी की शव यात्रा देख कर कोई कह नहीं सकता था कि यह एक डॉन की शव यात्रा है. इस भीड़ को देख कर दिमाग खुद खौल रहा है कि हमारा समाज आखिर किस दिशा में जा रहा है. आखिर हम किस कल्चर को बढ़ावा दे रहे है.

pnn24.in

Share
Published by
pnn24.in

Recent Posts

करेलाबाग में बिजली विभाग के अधिकारी द्वारा मॉर्निंग रेड, कटिया लगाकर बिजली चोरी करने वाले 18 लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज

अबरार अहमद प्रयागराज: उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर और बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों…

20 hours ago

मेजा में भीषण सड़क दुघर्टना, अनियंत्रित ट्रक ने आधा दर्जन छात्राओं को रौंदा, तीन की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल, मौके पर लोगों की लगी भीड़

तारिक खान मेजा, प्रयागराज। मेजा के टिकुरी समहन गांव के समीप प्रयागराज मिर्जापुर मार्ग पर…

20 hours ago

हाई कोर्ट के फैसले के बाद बोले सिद्धरमैया ‘जितनी भी साजिश हो, उसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लडूंगा, इस्तीफा नही दूंगा’

ईदुल अमीन डेस्क: मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी ज़मीन मामले में कर्नाटक हाई कोर्ट के फ़ैसले…

22 hours ago

ज़मीन आवंटन मामले में कर्णाटक हाई कोर्ट ने ख़ारिज किया सिद्धरमैया की याचिका, कहा ‘जांच ज़रूरी है’, भाजपा ने माँगा सीएम से इस्तीफा

तारिक खान डेस्क: कर्नाटक हाई कोर्ट ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की उस याचिका को ख़ारिज कर…

23 hours ago