गाजीपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार बिल्कुल अलग ही ढंग से कार्य कर रही हैं। केंद्र सरकार ने कार्य करने व कराने की संस्कृति बदल दी है। समय से कार्य कराना ही सरकार का लक्ष्य है। अब केंद्र की सरकार किसी भी विकास कार्य का सिर्फ शिलान्यास नहीं करती बल्कि उसका लोकार्पण भी करती है। उक्त उद्गार भारत सरकार के रेल राज्य मंत्री व दूरसंचार मंत्री स्वतंत्र प्रभार मनोज सिन्हा के हैं। जो रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र गाजीपुर में सिटी स्टेशन पर नई वाशिंग लाइन का उद्घाटन करते हुए कहे।
श्री सिंहा ने कहा कि पहले रेल सह पुल बनाने में 15 से 20 वर्षों का समय लग जाता था लेकिन गाजीपुर में गंगा नदी पर बनने वाले रेल सह पुल सबसे कम समय में मात्र साढ़े तीन साल का है। जिसे जल्दी ही जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम रेल अधिकारियों कर्मचारियों से अपेक्षा करते हैं कि वह रेल की कर्मियों को ऐसी ट्रेनिंग दे कि उनके हाथों से किसी तरह के हादसे की गुंजाइश ना रहे। लगभग 20 करोड रुपए की लागत से बनने वाले इस ट्रेनिंग सेंटर में 600 सहायक स्टेशन मास्टर एवं कर्मचारियों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके पूर्व पूर्वोत्तर रेलवे में अब तक ऐसा कोई प्रशिक्षण संस्थान नहीं होने से पूर्वोत्तर रेलवे के कर्मचारी पूर्व मध्य रेलवे मुजफ्फरपुर स्थित प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु जाना पड़ता था।
इस संस्थान में शिक्षण हेतु प्राचार्य सहित विभिन्न विषयों के 10 अनुदेशक कार्यरत होंगे। इस संस्थान में प्रशासनिक भवन के अतिरिक्त आधुनिक तकनीकी शिक्षा प्रणाली संयुक्त 14 शिक्षक है। पुरुष छात्रावास में 50 महिला छात्रावास में 23 के साथी ग्रंथ मनोरंजन एवं का निर्माण किया गया। श्री सिन्हा ने बताया कि वाशिंग पिट की वजह से अब गाजीपुर सिटी से चलने वाली दुर्ग एक्सप्रेस ट्रेनों में गंदगी की शिकायत खत्म होगी। उन्होंने बताया कि मौजूदा वक्त में 400 मीटर लंबी है लेकिन जल्दी उसे 200 मीटर की और बढ़ोतरी होगी। जिससे देश की सबसे लंबी ट्रेनों का भी साफ सफाई का कार्य गाजीपुर में हो सकेग। इस पीट के बनने के बाद गाजीपुर सिटी से और भी एक्सप्रेस ट्रेनों के चलने का अवसर मिलेगा। श्री सिन्हा ने कहा कि ट्रेनों की लेटलतीफी भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। पूरे देश की ट्रेन नियमित समय से घंटों देरी से संचालित हो रही हैं। जिसका जवाब देने के लिए रेल के बड़े-बड़े साहबान तक कतराते हैं। उन्होंने कहा कि यात्री सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि हमारी सरकार के दौरान दो बड़े रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं फिर भी हम यात्री सुरक्षा को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि देश भर में रेल की पटरिया कमजोर और जर्जर हो चुकी हैं स्थिति की लगातार बढ़ रही ट्रेनों की संख्या से दुर्घटना का भय बना रहता है। इसलिए भारतीय रेलवे द्वारा रेल की पटरियों को बदलना प्रमुख लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि पटरिया बदलने के चलते पूरे देश में ट्रेन कासन पर चलाई जा रही है। जिससे ट्रेनों की लेटलतीफी हो रही है। उन्होंने दावा किया कि शीघ्र पटरिया को बदलने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। उसके बाद ट्रेनें नियमित समय से संचालित हो सकेंगे। श्री सिन्हा ने बताया कि बलिया मऊ गाजीपुर की तरफ से वाराणसी को जाने वाली ट्रेनें सिटी स्टेशन के स्थान पर शीघ्र ही कैंट व मडुवाडीह तक जाएंगी।
ईदुल अमीन वाराणसी: गांधी विरासत को बचाने के लिए वाराणसी स्थित राजघाट परिसर के सामने…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर एक बार फिर हिंसा की आग में जल रहा है। जिरीबाम…
आफताब फारुकी डेस्क: मुंबई के हाई प्रोफाइल केस बाबा सिद्दीकी हत्याकाण्ड में पुलिस को एक…
आदिल अहमद डेस्क: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को जाने-माने मलयालम अभिनेता सिद्दीक़ी को उनके ख़िलाफ़…
तारिक खान डेस्क: लॉरेंस बिश्नोई के भाई और कई आपराधिक मामलों के अभियुक्त अनमोल बिश्नोई…
आदिल अहमद डेस्क: कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा देने पर राज्यसभा सांसद…