रूसी विदेश मंत्री सिर्गेई लावरोफ़ ने कहा है कि ईरान और गुट पांच धन एक के बीच हुए परमाणु समझौते जेसीपीओए पर दस्तख़त करने वाले तीन बड़े योरोपीय देश ईरान के साथ बिना अमरीकी डॉलर के व्यापार के लिए तय्यार हो गए हैं।
मई में अमरीका के परमाणु समझौते से एकपक्षीय रूप से निकलने के बाद से योरोपीय कंपनियों पर वॉशिंग्टन की ओर से तेहरान के साथ व्यापारिक संबंध ख़त्म करने के लिए दबाव बढ़ गया था।
अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने 8 मई को एलान किया कि वॉशिंग्टन इस परमाणु समझौते से निकल रहा है और इस्लामी गणतंत्र के ख़िलाफ़ परमाणु पाबंदियों को फिर से लगाने तथा अब तक की सबसे कड़ी आर्थिक पाबंदियां लगाने का इरादा रखता है।
परमाणु समझौते जेसीपीओए के तहत ईरान अपने ख़िलाफ़ परमाणु क्षेत्र से संबंधित पाबंदियों के हटने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमत हुआ था।
लावरोफ़ ने सोमवार को कहा कि फ़्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने मुख्य रूप से लघु और मध्यम आकार की कंपनियों के संबंध में यह फ़ैसला लिया है।
रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि परमाणु समझौते के बचे हुए पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि अपने अपने व्यापार को अमरीकी पाबंदियों से बचाने के उपाय पर काम करें।
उन्होंने ईरान के ख़िलाफ़ फिर से पाबंदी लगाने के अमरीकी फ़ैसले को अवैध व अस्वीकार्य बताया।
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