आदिल अहमद
यमन के बंदियों के मामलों की कमेटी ने एक बयान जारी करके सऊदी गठबंधन के पिट्ठुओं के ताज़ा अपराध और यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह के एक बंदी को ज़िंदा गोली मारने और उसके मुर्दा शरीर को पहाड़ से नीचे फेंकने की निंदा की है।
सऊदी एजेंटों का यह घृणित अपराध, अलक़ायदा और दाइश के आतंकियों जैसा था जिसमें अंसारुल्लाह के एक स्वयं सेवी को ज़िंदा गोली मार कर पहाड़ के नीचे फेंक दिया गया।
यमन के बंदियों के मामलों की कमेटी ने सऊदी – इमाराती गठबंधन को इस अपराध और यमन की जनता के विरुद्ध दूसरे अपराधों का क़ानूनी और नैतिक ज़िम्मेदार क़रार दिया है।
इस बयान में आया है कि इस प्रकार के अपराध सऊदी गठबंधन के नेतृत्व में अंजाम दिए जा रहे हैं जो दाइश और अलक़ायदा के अपराधों का क्रम है।
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