अंतरराष्ट्रीय मीडिया और सियासी गलियारों में राष्ट्रपति रूहानी की चेतावनी का अर्थ यही निकाला जा रहा है कि अमरीका ने ईरान की अर्थव्यवस्था पर अगर और अधिक दबाव डाला तो ईरान स्ट्रेट ऑफ़ होरमुज़ को बंद कर सकता है।राष्ट्रपति रूहानी का कहना था कि, अमरीकियों का दावा है कि वे ईरान के तेल निर्यात को पूर्ण रूप से बंद कर देंगे। वे अपनी इस बात का ख़ुद ही अर्थ नहीं समझ रहे हैं, इसलिए कि यह हो ही नहीं सकता कि क्षेत्र के अन्य देशों का तेल निर्यात हो और ईरान का तेल निर्यात बंद हो जाए। अगर ऐसा हुआ तो वे नतीजा देख लेंगे।
रूहानी के इस बयान का ईरान की सेना और इस्लामी क्रांति की सेना आईआरजीसी ने भी स्वागत किया है। बुधवार को आईआरजीसी के एक वरिष्ठ कमांडर ने कहा है कि अगर ईरानी तेल निर्यात पर अमरीका ने प्रतिबंध लगाया तो ईरानी सेना क्षेत्रीय देशों के तेल निर्यात को रोकने के लिए तैयार है।
इससे पहले भी ईरान के सैन्य अधिकारी चेतावनी दे चुके हैं कि अगर ईरान के तेल को विश्व मंडी में जाने से रोका गया तो स्ट्रेट ऑफ़ होरमुज़ से एक बूंद तेल विश्व मंडी में नहीं पहुंच सकेगा।
आदिल अहमद डेस्क: कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा देने पर राज्यसभा सांसद…
आफताब फारुकी डेस्क: बीती रात रूस ने यूक्रेन की कई जगहों पर कई मिसाइलों और…
तारिक खान डेस्क: दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और आम…
फारुख हुसैन डेस्क: मणिपुर में शनिवार को हुई हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने…
अबरार अहमद डेस्क: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शनिवार को फूलपुर में…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर और असम की सीमा के पास जिरी नदी में शुक्रवार को…