ईरानी सेना ने क्षेत्र में एंटी शिप मिसाइल, पनडुब्बियां, बारूदी सुरंगे और दर्जनों युद्ध पोत तैनात कर रखे हैं। इसी तरह किसी भी ख़तरे से निपटने के लिए ईरानी नौसेना की सैकड़ों नावें और छोटे जहाज़ हर समय तैयार हैं। हाल ही में ईरान की नौसेना के पूर्व प्रमुख हबीबुल्लाह सैयारी ने चेतावनी देते हुए कहा था, स्ट्रेट ऑफ़ होरमुज़ को बंद करना ईरान के लिए इतना ही आसान है जितना एक गिलास पानी पीना। ईरानी सेना ने क्षेत्र में सैन्य अभ्यास करके अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया था और कई नए एंटी शिप मिसाइलों का टेस्ट किया था।
इस बीच, अमरीकी सेना ने ईरान की इस चेतावनी पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया है कि वह स्ट्रेट ऑफ़ होरमुज़ में तेल टैंकरों के सुरक्षित आवाजाही को सुनिश्चित बना सकती है। अमरीकी सेना की सेंट्रल कमांड के एक प्रवक्ता कैप्टेन बिल अरबन ने बुधवार को दावा किया कि अमरीकी सेना और उसके क्षेत्रीय सहयोगी देश जलसन्धि को तेल टैंकरों की आवाजाही को सुनिश्चित बनाने के लिए तैयार हैं। लेकिन सीरिया, इराक़ और यमन में अमरीका और उसके क्षेत्रीय देशों की पराजय को देखते हुए अमरीकी सेना का यह दावा खोखला ही नज़र आ रहा है।
आदिल अहमद डेस्क: कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा देने पर राज्यसभा सांसद…
आफताब फारुकी डेस्क: बीती रात रूस ने यूक्रेन की कई जगहों पर कई मिसाइलों और…
तारिक खान डेस्क: दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और आम…
फारुख हुसैन डेस्क: मणिपुर में शनिवार को हुई हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने…
अबरार अहमद डेस्क: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शनिवार को फूलपुर में…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर और असम की सीमा के पास जिरी नदी में शुक्रवार को…