रुपेंद्र भारती
घोसी /मऊ : घोसी संघर्ष समिति घोसी के तत्वावधान में गुरुवार को उपजिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति जी को एक पत्रक दिया गया, देश में हो रही रेप की घटनाएं इतनी बढ़ गई हैं कि इंसान अपना ज़मीर खोते हुए उम्र भी नहीं देखता और कभी 2 साल तो कभी 3 साल तो कभी 7साल की बच्ची के साथ रेप करता है और मर कर फेंक देता है, रेपिस्ट जात पात नही देखते केवल हैवानियत पर उतर आते हैं,
बच्चीयों को क्या पता कि वह किस धर्म और जात से है, बेटी बेटी होती हैं चाहे किसी धर्म, मजहब की हो ,ऐसी दरिंदगी अब देखी नहीं जा पा रही है, कभी कठुआ की घटना, कभी मन्दसौर की घटना कभी सूरत की घटना इस दरिंदगी का साक्षत्कार है, और ऐसी घटनाएं कही भी हो जाती हैं जिससे हर माँ, बाप बहुत ही चिंतित हैं कि कैसे अपनी बच्चीयों को पढ़ाये, बाप कब तक स्कूल ले जाकर छोड़ता रहेगा, कानून बना है लेकिन पालन नहीं होता जिससे हम सभी चिंतित हैं ,अनुषेद 153 धारा 1 के तहत बलात्कारियो की सजा फांसी लिखी है लेकिन न जाने किस दबाव में आकर पालन नहीं होता जोकि आम जनता के समझने के परे है, घोसी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि बलात्कारियो को तुरंत न कोई बेल,न कोई रिमांड लेते हुए फांसी की सजा सुनाई जाय,
मन्नान खान ने कहा कि इस्लाम में भी इसकी सजा फांसी ही है, शेख हेशामुद्दीन ने कहा कि ऐसे हैवानों को जितना जल्दी हो उन्हें सजा मिलनी चाहिये चाहे वह किसी भी जात, धर्म का हो अन्य वक्तायो ने भी इसकी घोर विरोध किया मन्नान खान, नौशाद खान,शेख हेशामुद्दीन, डॉक्टर रामनिवास, जियाउद्दीन, खुर्शीद, एहसान अहमद, सनाउल्लाह आजमी, पूनम सिंह, रमेश सिंह, राजेश जायसवाल, राजेश साहनी, इम्तियाज अहमद, रणधीर सिंह, बद्री तिवारी, विवेक राय,जावेद खान, नुरमोहमद, अज़ीमुरह्मान, चंद्रशेखर, और बहुत से बुद्धजीवी नागरिक गण, व्यापारी गण उपस्थित रहे।
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