घटना का अनावरण करते हुवे पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश कुमार सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुवे गौरान्वित हुवे बताया कि युवती मंजू का विवाह रामनगर क्षेत्र में हुआ था जहा पति से विवाद के बाद युवती अपने मायके भिखारीपुर रहने लगी। इस दौरान युवती का संपर्क एक युवक दिलीप कुमार मौर्य उर्फ दीपू से हो गया और दोनो के बीच प्रेम भावना जागृत हुई। इस दौरान मंजू ने दीपू के साथ जीवन मरण का बंधन बना कर घर छोड़ गई और दीपू ने नेवादा में किराये का मकान लेकर रहने लगा। लगभग चार महीने साथ रहने के बाद मंजू ने दीपू को शादी के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। दीपू ने अपने दो अन्य साथियों मनोज पटेल और सुहैल उर्फ राजू नामक युवकों के साथ मंजू को 18 मई 2011 को ऑटो से लेकर मिर्जापुर जनपद के थानां चील्ह अंतर्गत पुरजागिर ग्राम के बालू के ढेर लार लेकर गये और उसको कोल्ड्रिंक में कोई नशीला पदार्थ खिला कर उसकी गला काट कर हत्या कर दिया और लाश को बालू के ढेर में दबा दिया।
बेटी के घर छोड़ के जाने के बाद पिता ने उसके तरफ से मुह मोड़ रखा था। लगभग 7 साल तक बेटी की कोई खोज खबर नही थी। उधर 18 मई को हुई हत्या की लाश 19 मई 2011 को चील्ह पुलिस को मिली, उसने पोस्टमार्टम करवा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रखी थी। कोई कही मुकदमा दर्ज नही था। दरोगा वी.पी सिंह के पास सिर्फ एक लीड थी कि मंजू आज से 7 वर्ष पहले गायब हुई है जिसका कोई पता आज तक नही चला। एक लीड की कड़ियों से कड़ियां मिलाते हुवे दरोगा वीपी सिंह ने इस अनजान हत्या का खुलासा किया।
गिरफ्तार करने वाली टीम
प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार मिश्रा
उ.नि. विश्वनाथ प्रताप सिंह, अर्जुन सिंह
का. विनीत यादव, सुधाकर प्रसाद, जितेंद्र सिंह, आलोक कुमार सिंह
गिरफ्तार अभियुक्त
दिलीप कुमार मौर्य @ दीपू
मनोज कुमार पटेल
मोहम्मद सुहैल उर्फ राजू पठान
बरामदगी
एक अदद चोरी की मोटरसाइकिल
पुलिस ने हत्या के सफल अनावरण के बाद मृतक युवती के पिता की तहरीर पर अपराध संख्या 735/18 अंतर्गत धारा 302/201 लंका थानां में दर्ज कर अभियुक्तों को जेल भेज दिया है। इस सफल अनावरण से प्रसन्न हो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हज़ार नगद इनाम की घोषणा किया है।