भदोही-चन्दौली: आज के दौर में जब उच्च शिक्षा लगातार महंगी होती जा रही है, तब जनपद में अपनी खास पहचान बना चुका बसंत रामनगीना शिक्षण संस्थान अपने समाजसेवी उद्देश्यों के चलते भी जाना जा रहा है. आज जनपद चन्दौली में यह शिक्षण संस्थान अपनी शैक्षणिक गतिविधि के अलावा अपने परोपकारी कार्यो के लिए जाना पहचाना जा रहा है.
हाल ही में बसंत रामनगीना शिक्षण संस्थान ने तय किया कि वह ऐसे मेधावी, गरीब विद्यार्थी जो योग्य तो हैं और आगे की पढ़ाई भी करना चाहते हैं, पर पैसे के अभाव में उच्च शिक्षा लेने की सोच निर्धनता के चलते उनके सपनों को पूरा नहीं होने देती की मदद करेगा.
संस्थान प्रबंधन ने यह तय किया है कि अब महाविद्यालय ऐसे गरीब- मेधावी छात्र-छात्राओं को फीस में 20 हज़ार की छूट प्रदान करेगा. हमसे बातचीत में प्रबंधक सुनील सिंह ने बताया कि गरीब विद्यार्थियों के लिए उनके महाविद्यालय के दरवाजे हमेशा खुले हैं. केवल धन के अभाव में किसी का सपना अधूरा नहीं रहेगा. संस्थान को उम्मीद है कि उसके इस ऑफर से जनपद के तमाम आर्थिक रूप से कमजोर तबके के बच्चे भी पढ़-लिखकर न केवल अपना और जनपद का नाम कमाएंगे, बल्कि अपने पैरों पर खड़े होकर देश के विकास में हिस्सेदारी करेंगे.
संस्थान ने यह छूट अपने सभी 4 महाविद्यालयों में दी है. यह चार महाविद्यालय हैं, बसंत रामनगीना स्नातकोतर महाविद्यालय धराव, सूर्यनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय निदिलपुर, स्वामी शरण महाविद्यालय कमालपुर, सुदामी देवी महिला महाविद्यालय धराव. इन चार महाविद्यालयों में बीए, एमए, बीएससी, एमएससी, बीएड, एमएड, बीकॉम, डीएलएड, बीटीसी फैकल्टी की कक्षाएं चलती हैं और रेगुलर क्लास होता है. संस्थान की इस घोषणा की चहुंओर चर्चा हो रही है
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