आदिल अहमद
जर्मन वित्त मंत्री पीटर अल्टमायर
जर्मन वित्त मंत्री ने कहा है कि अमरीका कौन होता है यह कहने वाला कि हम किससे व्यापार करें और किससे न करें।
जर्मन वित्त मंत्री पीटर अल्टमायर ने ईरान के साथ व्यापार कर रही जर्मन कंपनियों का समर्थन करने पर बले देते हुए कहा है कि वॉशिंग्टन इस स्थिति में नहीं है कि वह बर्लिन से यह कहे कि उसे किससे व्यापार करना चाहिए और किससे नहीं।
उन्होंने बिल्ड एम सोनटैग अख़बार के साथ रविवार को इंटरव्यू में कहा कि बर्लिन वॉशिंग्टन को इस बात की इजाज़त नहीं देगा कि वह हम पर अपने व्यापारिक नियम थोपे।
उन्होंने कहा कि वॉशिंग्टन की ओर से ईरान के ख़िलाफ़ पाबंदियों से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि अमरीका को अपने सहभागियों की कोई चिंता नहीं है।
अल्टमायर ने कहाः “हम वॉशिंग्टन को इस बात की इजाज़त नहीं देंगे कि वह हमसे यह कहे कि हमें किसके साथ व्यापार करना है और हम वियना परमाणु समझौते के प्रति कटिबद्ध हैं।” अल्टमायर का इशारा 2015 में ईरान और गुट पांच धन एक के बीच हुए परमाणु समझौते जेसीपीओए की ओर था।
इस समझौते के तहत ईरान ने अपने ख़िलाफ़ परमाणु क्षेत्र से संबंधित लगायी गयीं कुछ पाबंदियों के हटने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने का क़दम उठाया।
मई 2018 में अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने इस समझौते से अमरीका के निकलने का एलान किया और कहा कि वह ईरारन के ख़िलाफ़ अब तक की सबसे कठोर पाबंदियां लगाएंगे।
जर्मन वित्त मंत्री ने अपने एक और बयान में कहा कि उनके देश को ईरान में पूंजिनिवेश के ज़रिए अमरीकी पाबंदियों का ठोस तरीक़े से विरोध करना चाहिए।
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