अंजनी राय
केरल में बाढ़ के बीच बुधवार को सांप्रदायिक सद्भावना की बानगी देखने को मिली जब यहां की मस्जिद बाढ़ के पानी में डूबने के कारण बकरीद की नमाज के लिए पास के ही एक मंदिर के दरवाजे मुसलमानों के लिए खोल दिए गए।
इस क्षेत्र में राहत कार्य कर रहे अभिनव ने बताया कि मंदिर का हॉल में पहले से ही एक राहत शिविर चलाया जा रहा है, हमने महसूस किया कि लोगों को नमाज पढ़ने के लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए हॉल को अस्थायी ईदगाह (प्रार्थना कक्ष) के रूप में व्यवस्थित करने के लिए इलाके के हिंदू युवा आगे आए। लोगों ने आस-पास के घरों से नमाज के लिए मैट इकट्ठा किए और अन्य सारी व्यवस्थाएं की। जिसके बाद करीब 300 लोगों ने मंदिर में नमाज अदा की।
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