यशपाल सिंह
भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज अब मध्य दौर में है और तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया का असली टेस्ट होने जा रहा है। विराट एंड कंपनी मुश्किल दौर से गुजर रही है। टीम स्विंग गेंदबाजी से जरूर मुश्किल में है, लेकिन उसे यह नहीं भूलना चाहिए कि उसने दक्षिण अफ्रीका में कैसे तीसरे टेस्ट में वापसी करते हुए जीत दर्ज की थी। टीम इंडिया 0-2 से पीछे जरूर है लेकिन अभी तीन मैच होने बाकी हैं, अभी बहुत क्रिकेट बचा है और मैं आपसे शर्त लगा कर कह सकता हूं कि अगर बारिश नहीं होती है तो सभी मैचों का परिणाम आएगा।
कई लोग भारतीय बल्लेबाजों के कठिन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने की क्षमता पर बात कर रहे हैं, लेकिन लॉर्ड्स में एंडरसन एंड कंपनी उनसे काफी बेहतर थी। भारतीय प्रशंसकों को हारने की बजाय टीम के नहीं लड़ने पर निराशा हुई। यह टीम जैसी खेल रही है उससे कहीं बेहतर है।
क्या भारतीय वापसी कर सकते हैं? वैसे यह अभी एक बड़ा सवाल है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह बेहद मुश्किल है। हां, यह मुश्किल है लेकिन नामुमकिन बिल्कुल नहीं है। आपके दिमाग को यह समझना होगा। लोग कोहली के बारे में बात कर रहे हैं लेकिन वह अकेले मैच नहीं जिता सकते हैं। तेंदुलकर भी नहीं कर पाए थे। भारत उस वक्त इसीलिए अच्छा खेला क्योंकि तेंदुलकर के आसपास सारे बल्लेबाज रन बना रहे थे। विजय, पुजारा, रहाणे, राहुल और धवन को भी यह विश्वास जगाना होगा। उन्होंने ऐसा पहले भी मुश्किल परिस्थितियों में किया है और सिर्फ यही विश्वास इन खिलाडि़यों को फिलहाल मौजूद मानसिक स्थिति से बाहर निकालने में मदद कर सकता है।
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