यशपाल सिंह
आज़मगढ़-मंडलायुक्त जगत राज के निर्देश पर बुधवार को उप जिलाधिकारी सदर प्रकाशचंद्र द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बगल स्थित परिषदीय जूनियर हाईस्कूल जाफरपुर के कक्ष की जांच की गई। हजारों पुरानी किताबें यहां पड़ी मिलीं। कुछ कमरों में जूते और बैग भी मिले। लगभग एक घंटे की जांच-पड़ताल के बाद एसडीएम ने सभी संबंधित चार कक्षों को सील कर जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी। दो कक्ष में जूते, एक कक्ष में बैग व एक कक्ष में किताबों का किया गया था भंडारण। जिलाधिकारी ने इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच करने के निर्देश दिए हैं। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बच्चों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने का दावा बेसिक शिक्षा विभाग करता है। नए सत्र में जिले के अधिकतर परिषदीय विद्यालयों के बच्चे पुरानी या बिना किताबों को पढ़ने को विवश हैं। पुराने सत्र में भी शत-प्रतिशत बच्चों को किताबें नहीं बांटी गई। ऐसा नहीं था कि किताबें नहीं थीं। इतनी बड़ी संख्या में किताबें, जूते आदि के भंडारण के पीछे की वजह अब तलाशी जा रही
उप जिलाधिकारी सदर ने बताया कि कार्रवाई के दौरान एक कक्ष में सत्र 2017-18 की लगभग पांच हजार पुरानी किताबें मिलीं। जांच के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय भी पहुंचे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह किताबें पूर्व की सत्र की हैं जो वितरण से बच गईं हैं। इस तरह जनपद के बीआरसी केंद्रों पर मिलाकर लगभग 17 हजार पुरानी किताबें रखीं गई हैं। नए सत्र में क्रय आदेश में इन किताबों को कम कर दिया गया है।
एडीएम ने बताया कि पुरानी किताबों के वितरण रोस्टर, किन-किन ब्लाक संसाधनों पर वितरण की क्या व्यवस्था है, उसके संबंध में मौके पर कोई पत्रावली प्रस्तुत नहीं की जा सकी। एक कक्ष में मिले लगभग एक हजार जूते डिफेक्टेड बत
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