यशपाल सिंह
आज़मगढ़ तहसील क्षेत्र के 30 से अधिक प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों के बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन पर ग्रहण लग गया है। खाद्यान्न के अभाव में सरकार की कल्याणकारी योजना फ्लाप साबित हो रही है। इसकी वजह से इन विद्यालयों के बच्चे भूखे रहने के लिए विवश हैं। वहीं अभिभावकों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
मार्टीनगंज तहसील क्षेत्र में 50 जूनियर व 103 प्राथमिक विद्यालय संचालित होते हैं। जहां बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन की व्यवस्था की गयी है। जिससे छात्रों को पौष्टिक भोजन मिल सके। जबकि अधिकारियों की शिथिलता व खाद्यान्न के अभाव में पांच जूनियर व 25 प्राथमिक विद्यालयों में विगत 15 अगस्त के बाद से भोजन बनना बंद हो गया। इसके चलते इन विद्यालयों के छात्र दोपहर में भूखे रहकर पढ़ाई करने के लिए विवश हैं। इन विद्यालयों में भादो, बनगांव, मार्टीनगंज, महुजा नेवादा, लारपुर, सहबली, कमालपुर, दशमड़ा सहित अन्य विद्यालय शामिल हैं। वहीं विभागीय लापरवाही से मध्याह्न भोजन बंद होने से छात्रों के अभिभावकों में काफी आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में खंड शिक्षाधिकारी अवधेश नारायण सिंह का कहना है कि कौरागहनी स्थित विपणन केन्द्र से खाद्यान्न उपलब्ध न होने के कारण अधिकतर विद्यालयों में 15 अगस्त के बाद 30 अगस्त तक मध्याह्न भोजन बनना बंद हो गया है। इसकी मांग की गई है लेकिन अभी खाद्यान्न विपणन केंद्र द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है। जिससे अन्य विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद हो सकता है। वही वरिष्ठ विपणन निरीक्षक डॉ.सुरेंद्र प्रसाद का कहना है कि अभी खाद्यान्न उपलब्ध नहीं हो पाया था इसलिए मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न की आपूर्ति नहीं हो सकी लेकिन आजकल में खाद्यान्न उपलब्ध होने पर आपूर्ति कर दी जाएगी
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